दुर्गापूजा खत्म होते ही बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने फिर से पैदा की चिंता

बंगाल में कोरोना संक्रमण की पाजिटिविटी रेट जो एक से नीचे आ गई थी अब तीन प्रतिशत से अधिक पहुंच चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि आने वाले समय में संक्रमण के मामले और बढ़ सकते हैं।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 12:41 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 12:41 PM (IST)
दुर्गापूजा खत्म होते ही बंगाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण ने फिर से पैदा की चिंता
दुर्गापूजा में कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। जिस तरह से चिकित्सकों व विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी वह सच साबित हो रही है। क्योंकि दुर्गापूजा खत्म होते ही बंगाल में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है। राज्य में पिछले मंगलवार को 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 726 नए मामले सामने आए थे और नौ लोगों की जान चली गई। पाजिटिविटी रेट जो एक से नीचे आ गई थी अब तीन प्रतिशत से अधिक पहुंच चुकी है।

राज्य के चिकित्सकों का कहना है कि आने वाले समय में संक्रमण के मामले और बढ़ेंगे, क्योंकि दुर्गापूजा के दौरान कोरोना महामारी को लेकर जारी दिशानिर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई हैं। बिना मास्क के लाखों की भीड़ एक इलाके से दूसरे इलाके में पहुंची और जहां-तहां थूक फेंके गए उससे हालात और बिगड़ सकते हैं। इस बीच कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर राज्य के मुख्य सचिव ने बैठक कर जिलाधिकारियों को रात की पाबंदी में सख्ती का निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अफसोस जताया है कि कोरोना की वजह से वह विजया सम्मेलन नहीं कर पाएंगी, जिसमें नेताओं से लेकर उद्योगपतियों और विशिष्टजनों को वह आमंत्रित करती थीं। कोलकाता और आसपास के उत्तर व दिक्षण 24 परगना, हावड़ा जैसे जिलों में संक्रमण बढ़ने के बाद मुख्य सचिव ने राज्य के सभी जिलों के डीएम के साथ वचरुअल बैठक कर नाइट कर्फ्यू व कोरोना को लेकर जारी दिशानिर्देशों पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है। पर यहां विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि अब सख्ती से क्या होगा? जब सख्ती की जरूरत थी तो उस समय उस पर अमल नहीं हुआ और जब स्थिति बिगड़ चुकी है तो नियम सख्त करने की बात कही जा रही है। इस समय जरूरी है कि कोरोना जांच और वैक्सीनेशन तेज किया जाए। क्योंकि जो हालात बन रहे हैं उससे स्थिति आने वाले समय में और भी गंभीर हो सकती है। पिछले कुछ दिनों से कोलकाता समेत राज्य में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

अभी दीपावाली-कालीपूजा और छठ, जगद्धात्री पूजा होनी बाकी है। उसमें भी लोगों की बाजारों से लेकर पूजा पंडालों और छठ घाटों पर भारी भीड़ जुटती है। ऐसे में यह आशंका गहरा रही है कि दुर्गापूजा के बाद कोरोना संक्रमण ने जो रफ्तार पकड़ी है वह और तेज हो सकती है। राज्य सरकार की ओर से अब तक लोकल ट्रेन सेवा शुरू नहीं की गई है, लेकिन स्टाफ स्पेशल के नाम पर जो ट्रेनें चलाई जा रही हैं उसमें भी लाखों लोग दैनिक यात्रा कर रहे हैं और वह भी कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए। बिना मास्क, दो गज शारीरिक दूरी को ठेंगा दिखा रहे हैं और जहां-तहां थूक भी रहे हैं।

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