भारत में घुसपैठ करते बीएसएफ ने एक और बांग्लादेशी महिला को पकड़ा
अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रही एक और बांग्लादेशी महिला को बीएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया है। महिला की पहचान रुकसाना शेख (35) गांव-नारायणपुर जिला- यशोर बांग्लादेश के रूप में हुई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल सीमांत, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रही एक और बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि महिला सीमा चौकी हाकिमपुर, 112वीं वाहिनी के इलाके से सीमा पार कर भारत आने की कोशिश कर रही थी। बयान के मुताबिक, 4 अगस्त की रात लगभग 10 बजे हाकिमपुर के सीमावर्ती इलाके में जवान अपनी नियमित गश्त ड्यूटी पर थे। इसी दौरान एक संदिग्ध महिला की गतिविधि देखी, जो बांग्लादेश की ओर से भारत की ओर बढ़ने की कोशिश कर रही थी। जवानों ने उसका पीछा किया और पकड़ लिया। महिला की पहचान रुकसाना शेख (35), गांव-नारायणपुर, जिला- यशोर, बांग्लादेश के रूप में हुई है।
पहली बार छह साल पहले भारत आई थी महिला
प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने खुलासा किया कि वह बांग्लादेश की नागरिक है और लगभग छह साल पहले वह पहली बार अवैध तरीके से सीमा पार कर काम की तलाश में भारत आई थी। यहां आने के बाद वह पुणे, महाराष्ट्र में चली गई और वहां किराए के घर में रहने लगी जिसके मालिक का नाम लक्ष्मी, (हाउस नंबर 1008, मीना रोड, डाकघर- मीना रोड, पुलिस स्टेशन - थाने, जिला - थाने, महाराष्ट्र है। चार साल पहले वह फिर से अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश वापस अपने लड़के से मिलने के लिए गई थी।
सीमा पार कराने के लिए दलाल को दिए थे 20,000 बांग्लादेशी टका
उसने बताया कि वह फिर से पुणे जाने के लिए एक भारतीय दलाल (सिराजुल) की मदद से सीमा पार कर रही थी। जिसके लिए उसने भारतीय दलाल को 20,000 बांग्लादेशी टका दिए थे। उसने यह भी खुलासा किया की सीमा पर बीएसएफ द्वारा कड़ा रुख अपनाया हुआ है, जिसके चलते अभी बांग्लादेशियों को सीमा पार करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीएसएफ ने महिला को अग्रिम कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस स्टेशन स्वरूपनगर को सौंप दिया है।इधर, 112 वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट नारायण चंद्र ने अपने जवानों कि उपलब्धियों पर खुशी व्यक्ति की और कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।