बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव व सीएम ममता बनर्जी के सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी, पत्नी को मिली चिट्ठी

बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव व सीएम ममता बनर्जी के सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी पत्नी को मिली चिट्ठी चिट्ठी में लिखा- मैडम आपके पति को मार दिया जाएगा कोई उनकी जान नहीं बचा सकता पत्नी ने दर्ज कराई शिकायत पुलिस ने शुरू की जांच

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 11:53 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 04:43 PM (IST)
बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव व सीएम ममता बनर्जी के सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी, पत्नी को मिली चिट्ठी
अलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी, पत्नी को मिली चिट्ठी

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय की पत्नी सोनाली चक्रवर्ती को धमकी भरी चिट्ठी मिली है। इसमें उनके पति यानी अलापन बंद्योपाध्याय को कथित रूप से जान से मारने की धमकी दी गई है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बंद्योपाध्याय की पत्नी एवं कलकत्ता विश्वविद्यालय की कुलपति सोनाली चक्रवर्ती को टाइप किया हुआ एक पत्र मिला है, जिस पर 22 अक्टूबर की तारीख है।

चिट्ठी में लिखा गया है- मैडम, आपके पति को मार दिया जाएगा, कोई उनकी जान नहीं बचा सकता है। यह चिट्ठी सामने आने के बाद पुलिस व प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। सोनाली चक्रवर्ती की ओर से इस मामले में कोलकाता पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस पत्र पर गौरहरि मिश्रा के हस्ताक्षर हैं। पत्र भेजने वाले ने खुद को कोलकाता के राजाबाजार साइंस कालेज के रासायनिक प्रौद्योगिकी विभाग में कार्यरत बताया है। हालांकि, जांच में पता चला है कि उस व्यक्ति के नाम का कोई प्रोफ़ेसर या कर्मी यहां नहीं है। शोधार्थियों की सूची में भी ऐसा कोई नाम नहीं है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर यह पत्र किसने भेजा। उल्लेखनीय है कि मई में सेवानिवृत्त हो चुके बंद्योपाध्याय इस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार हैं।

1987 बैच के आइएएस रहे हैं अलापन

बंद्योपाध्याय बंगाल कैडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी रहे हैं। इसी साल मई में मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्ति के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त किया था। एक कुशल वक्ता के रूप में बंदोपाध्याय कोरोना महामारी के दौरान केंद्र व राज्य सरकार के बीच की मुख्य कड़ी रहे थे।अक्सर शांत रहने वाले अलापन मुख्य सचिव रहने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के दौरान यास चक्रवात को लेकर मीटिंग में देर से आने के कारण चर्चा में आए थे और केंद्र द्वारा उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। इसको लेकर केंद्र व राज्य के बीच खासा टकराव हुआ था।

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