Weast Bengal: कोलकाता में तारकेश्वर-तारापीठ के बाद कालीघाट मंदिर के भी खुले पट, अभी गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं

तारकेश्वर-तारापीठ के बाद कालीघाट मंदिर के भी खुले पट मंदिर फिलहाल प्रातः छह बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहेगा पूजा-अर्चना पर कोई रोक नहीं लेकिन अभी गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं। कालीघाट मंदिर के सामने मंगलवार प्रातः से ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।

By Priti JhaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 01:40 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:40 PM (IST)
Weast Bengal: कोलकाता में तारकेश्वर-तारापीठ के बाद कालीघाट मंदिर के भी खुले पट, अभी गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं
कोलकाता में तारकेश्वर-तारापीठ के बाद कालीघाट मंदिर के भी खुले पट

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल में कोरोना के मामलों में आई गिरावट के बाद अब सूबे के प्रमुख धार्मिक स्थल फिर से खुलने लगे हैं। तारकेश्वर और तारापीठ के बाद मंगलवार से कालीघाट मंदिर के पट भी भक्तों के लिए खोल दिए गए। मंदिर फिलहाल प्रातः छह बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहेगा।

पूजा-अर्चना को लेकर कोई रोक नहीं लगाई गई है, हालांकि मंदिर के गर्भगृह में भक्तों को जाने की फिलहाल अनुमति नहीं दी गई है। बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। शारीरिक दूरी के नियम का कड़ाई से पालन करते हुए भक्तों को कतार में खड़ा रहना होगा। कालीघाट मंदिर के सामने मंगलवार प्रातः से ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।

गौरतलब है कि बंगाल में गत पांच मई से लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही कालीघाट मंदिर को भी बंद कर दिया गया था। कोरोना की पहली लहर के समय भी कालीघाट मंदिर लंबे समय तक बंद था। तारकेश्वर व तारापीठ मंदिर पिछले हफ्ते ही खोल दिए गए हैं। तारकेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन की समय सीमा इस हफ्ते से बढ़ा दी गई है। प्रातः छह बजे से दोपहर एक बजे तक व शाम छह बजे से रात आठ बजे तक लोग बाबा तारकनाथ के दर्शन कर सकेंगे। राज्य के अन्य प्रमुख मंदिरों के भी अब जल्द खुलने की उम्मीद है।

कालीघाट मंदिर में दर्शन-पूजन करके लौटे एक भक्त ने कहा कि मां काली के दर्शन करके काफी अच्छा महसूस हो रहा है। मां सबका भला करेंगी और कोरोना महामारी का जल्द दुनिया से अंत हो जाएगा। मंदिर खुलने से बाहर पूजा सामग्रियां बेचने वाले दुकानदार भी खुश हैं। मंदिर बंद होने सेउनकी दुकानदारी पूरी तरह ठप हो गई थी। 

chat bot
आपका साथी