काफी दबाव के बाद केंद्र ने फ्री वैक्सीन की मांगें मानी, ममता का आरोप, पीएम ने फ्री वैक्सीन पर काफी देरी से फैसला लिया
देश में सभी लोगों को कोरोना की फ्री वैक्सीन देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि काफी दबाव के बाद केंद्र ने यह मांगें मानी है। साथ ही आरोप लगाया कि पीएम ने फ्री वैक्सीन पर काफी देरी से फैसला लिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : देश में सभी लोगों को कोरोना की फ्री वैक्सीन देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि काफी दबाव के बाद केंद्र ने यह मांगें मानी है। ममता ने साथ ही आरोप लगाया कि पीएम ने फ्री वैक्सीन पर काफी देरी से फैसला लिया है। वह पिछले चार महीने से देश में सभी लोगों को फ्री वैक्सीन की मांग कर रही थीं।
सोमवार को प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद ममता ने ट्वीट किया, 'फरवरी 2021 में और उसके बाद कई बार मैंने सभी को मुफ्त में टीके उपलब्ध कराने की हमारी लंबे समय से चली आ रही मांग के संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। बहुत दबाव के बाद आखिरकार उन्होंने हमारी बात सुनीं और चार महीने बाद यह निर्णय लिया है।' अगले ट्वीट में ममता ने लिखा, 'इस महामारी की शुरुआत से ही भारत के लोगों की भलाई को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। दुर्भाग्य से, पीएम के इस देरी से लिए गए फैसले ने पहले ही कई लोगों की जान ले ली है।'
ममता ने आगे तंज कसते हुए कहा कि इस बार एक बेहतर वैक्सीनेशन अभियान की उम्मीद है जो लोगों पर केंद्रित हो न कि प्रचार पर। बताते चलें कि इससे पहले हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव से पूर्व ममता ने फरवरी में ही केंद्र सरकार से वैक्सीन खरीदने की अनुमति देने की लगातार मांग कर रही थी।
उन्होंने चुनाव के दौरान राज्य के सभी लोगों को राज्य सरकार की तरफ से मुफ्त में टीका देने का भी वादा किया था। हालांकि चुनाव नतीजों के बाद ममता के सुर बदल गए और वह केंद्र से सभी देशवासियों को मुफ्त में टीका देने की मांग करने लगीं। अब जब पीएम ने सभी देशवासियों को मुफ्त में टीका देने का ऐलान किया तो उस पर भी ममता राजनीति करने से बाज नहीं आई और इसका श्रेय लेने लगीं।