कलकत्ता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में वैक्सीन की लाइन में लगने के लिए पैसे लेने का आरोप

चश्मदीदों ने आरोप लगाया कि दो महिलाएं 30 लोगों को एक साथ टीकाकरण लाइन में लगाने की कोशिश कर रही थीं जब सुबह 10 बजे टीकाकरण शुरू हुआ। लाइन में खड़े अन्य लोगों ने विरोध किया तो झगड़ा शुरू हो गया।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:48 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:48 AM (IST)
कलकत्ता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में वैक्सीन की लाइन में लगने के लिए पैसे लेने का आरोप
स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में वैक्सीन की लाइन के लिए पैसे लेने का आरोप

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कलकत्ता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में वैक्सीन की लाइन में लगने के लिए पैसे लेने का आरोप है। गत दिनों हुई घटना को लेकर अस्पताल में हो-हल्ला मच गया। हालांकि बाद में संस्थान के निदेशक ने मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

चश्मदीदों ने आरोप लगाया कि दो महिलाएं 30 लोगों को एक साथ टीकाकरण लाइन में लगाने की कोशिश कर रही थीं, जब सुबह 10 बजे टीकाकरण शुरू हुआ। लाइन में खड़े अन्य लोगों ने विरोध किया तो झगड़ा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि विवाद के दौरान उनमें से एक ने कहा कि उसने पहले टीकाकरण लाइन में जगह पाने के लिए 300 रुपये का भुगतान किया था। जैसे ही उनके शब्द समाप्त हुए, परिसर में अफरा-तफरी मच गई।

इस बीच दो महिलाएं विवाद में भिड़ गईं। महिला पुलिस को दोनों महिलाओं ने बताया कि बागुईआटी क्षेत्र के लोगों को एक स्वयंसेवी संगठन के माध्यम से ट्रॉपिकल मेडिसिन में वैक्सीनेशन के लिए लाया गया था। दो महिलाओं को पकड़कर कोलकाता मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की चौकी पर लेकर जाया गया।

पुलिस की पूछताछ के अनुसार स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि वृद्धजनों का टीकाकरण कराने के लिए उन्हें बस से ट्रॉपिकल मेडिसिन लाते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में किसी प्रकार से पैसे लेने का कोई सबूत नहीं मिला है। स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के प्रमुख शुभाशिष कमल गुहा ने कहा एक स्वैच्छिक संगठन की तरफ से वृद्ध लोगों को टीका लगाने के लिए लाया गया था। कुछ अवैध नहीं हुआ है। बाद में पुलिस ने दोनों महिलाओं को छोड़ दिया।

निगम के स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ाया गया वैक्सीन डोज की संख्या

कोरोना के तीसरी लहर के पहले ही कोलकाता नगर निगम पहले से अलर्ट हो गया है। शनिवार को कोलकाता नगर निगम के प्रशासक फिरहाद हकीम ने बताया कि तीसरी लहर में ऐसा माना जा रहा है कि सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ने वाला है। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के बचाव के लिये केएमसी के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

रविवार सुबह 11 बजे महानगर के अहिंद्र मंच में बेलियाघाटा आईडी हॉस्पिटल के प्रो. डॉ जोगी राज राय एवं इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ के निदेशक एवं बाल रोग विशेष प्रो. डॉ अपूर्व घोष ने निगम के डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान केएमसी के सीएमओएच भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि बच्चों की बेहतर चिकित्सा के लिए निगम के चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि हम तीसरी लहर का मुकाबला कर सके।

वैक्सीन की समस्या को लेकर प्रशासक का कहना है वैक्सीन की बेहद कमी है। लेकिन सभी लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा। फिलहाल कोविडशील्ड ही उपलब्ध है तो लोगों को कोविडशील्ड वैक्सीन लगाया जा रहा है। निगम के 72,400 कोविडशील्ड डोज स्टॉक में है। उम्मीद है कि को-वैक्सीन की दूसरी डोज अगले सोमवार को आ जाएगी। पहले से ही कोलकाता के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 50 डोज बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। 

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