तृणमूल सांसदों के निलंबन पर अभिषेक का पीएम पर हमला, कहा- भाजपा के गॉडफादर ने मान ली है हार
पेगासस जासूसी विवाद को लेकर संसद में सभापति के आसन के समक्ष तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे टीएमसी के छह राज्यसभा सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित किए जाने के कदम की आलोचना करते हुए अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पेगासस जासूसी विवाद को लेकर बुधवार को संसद में सभापति के आसन के समक्ष तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के छह राज्यसभा सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित किए जाने के कदम की आलोचना करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे सांसदों पर यह कारवाई दर्शाता है कि भाजपा के 56 इंच के गॉडफादर ने हार मान ली है।
अभिषेक ने ट्वीट कर आगे लिखा, आप हमें निलंबित कर सकते हैं लेकिन हमें चुप नहीं करा सकते। हम अपने लोगों और सच्चाई के लिए लड़ने के लिए एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने यहां तक कहा कि जब तक हमारे शरीर में खून है, उसकी आखिरी बूंद तक हम लड़ाई जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को पेगासस जासूसी विवाद को लेकर आसन के समक्ष तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे टीएमसी के छह सदस्यों को पूरे दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया।
सुबह जब सभापति ने किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए दिए गए नोटिस स्वीकार करने और अन्य नोटिस खारिज किए जाने के बारे में सूचना दी तो टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य आसन के समक्ष आ कर पेगासस विवाद पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। सभापति ने इन सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन इस अपील के बावजूद हंगामा नहीं थमा, तब सभापति ने आसन की अवज्ञा कर हंगामा कर रहे सदस्यों से नियम 255 के तहत सदन से बाहर जाने को कहा। बाद में संसदीय बुलेटिन में बताया गया कि जिन छह सदस्यों को पूरे दिन के लिए निलंबित किया गया है उनमें तृणमूल की डोला सेन, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांता छेत्री, अर्पिता घोष एवं मौसम बेनजीर नूर शामिल हैं।