अभिषेक बनर्जी 31 अक्टूबर को त्रिपुरा के दौरे पर जाएंगे, असंतुष्ट भाजपा विधायक आशीष दास तृणमूल में हो सकते हैं शामिल

बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस लगातार दूसरे राज्यों में विस्तार की कोशिश में है। एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दौरे पर हैं तो दूसरी ओर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व ममता के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी 31 अक्टूबर को त्रिपुरा के दौरे पर जा रहे हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:51 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:51 PM (IST)
अभिषेक बनर्जी 31 अक्टूबर को त्रिपुरा के दौरे पर जाएंगे, असंतुष्ट भाजपा विधायक आशीष दास तृणमूल में हो सकते हैं शामिल
अभिषेक बनर्जी 31 अक्टूबर को त्रिपुरा के दौरे पर जाएंगे

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस लगातार दूसरे राज्यों में विस्तार की कोशिश में है। एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दौरे पर हैं तो दूसरी ओर तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व ममता के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी 31 अक्टूबर को त्रिपुरा के दौरे पर जा रहे हैं। उस दिन अगरतल्ला में वह पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

खबर है कि उस दिन त्रिपुरा के असंतुष्ट भाजपा विधायक अशीष दास तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। त्रिपुरा में तृणमूल के विस्तार की जिम्मेवारी कांग्रेस से आई सुष्मिता देव को दे रखी है। तृणमूल नेता कुणाल घोष अगरतल्ल में लगातार प्रवास कर रहे हैं और पार्टी की गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं। अभिषेक के अगरतल्ला दौरे के दौरान में सूरमा के बीजेपी विधायक आशीष दास के तृणमूल में शामिल होने की बात कही गई है। वह कुछ माह पहले कोलकाता आए थे और कालीघाट जाकर अपना मुंडन कराकर कहा था कि वह भाजपा में रहने के लिए प्रायश्चित कर हैं। साथ ही ममता बनर्जी की जमकर प्रशंसा की थी।

आशीष दास त्रिपुरा में बिप्लब देव के विरोधी सुदीप राय बर्मन के अनुयायी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कालीघाट में पूजा के साथ पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने ममता को मां, माटी, मानुष की असली नेता बताया था। अभिषेक के अगरतल्ला के लिए रवाना होने से पहले ही त्रिपुरा भाजपा कार्यकारी समिति के सदस्य परीक्षित देववर्मा तृणमूल में शामिल हो गए हैं। वह कुणाल घोष और सुष्मिता देव की उपस्थिति में तृणमूल का झंडा थामा। बुधवार को त्रिपुरा तृणमूल कांग्रेस की संचालन समिति की बैठक हुई। पार्टी का कहना है कि इससे त्रिपुरा के आदिवासी इलाकों में टीएमसी की ताकत बढ़ी है।

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