हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं का एक वर्ग कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अदालत में रहा गैरमौजूद

अधिवक्ताओं के एक वर्ग ने 22 जुलाई को एसीजे को एक ज्ञापन दिया था और न्यायमूर्ति सब्यसाची भट्टाचार्य की एकल पीठ से एक मामले को खंडपीठ को भेजे जाने का हवाला दिया था। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक निर्णय द्वारा अपीलीय पक्ष के नियमों का उल्लंघन हुआ।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:19 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:33 PM (IST)
हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं का एक वर्ग कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अदालत में रहा गैरमौजूद
न्यायमूर्ति भट्टाचार्य ने 19 को डिजिटल सुनवाई में कनेक्टिविटी की दिक्कतों पर तल्ख टिप्पणी की थी।

 राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कलकत्ता हाईकोर्ट में मुकदमों से संबंधित कार्य के बंटवारे और डिजिटल तरीके से सुनवाई की व्यवस्था में खामियों के मुद्दे को लेकर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल की अदालत से मंगलवार को अधिवक्ताओं का एक वर्ग अनुपस्थित रहा।

अदालत की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेने वाले अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के प्रशासनिक निर्णय द्वारा अपीलीय पक्ष के नियमों का उल्लंघन हुआ और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की व्यवस्था में खामियां हैं।

एसीजे की अदालत में शामिल नहीं होने का फैसला करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अरुणाभ घोष ने कहा-'मैं आज दिन में दो बजे से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अदालत की कार्यवाही में शामिल नहीं हुआ।'

अधिवक्ताओं के एक वर्ग ने 22 जुलाई को एसीजे को एक ज्ञापन दिया था और न्यायमूर्ति सब्यसाची भट्टाचार्य की एकल पीठ से एक मामले को खंडपीठ को भेजे जाने का हवाला दिया था।

न्यायमूर्ति भट्टाचार्य ने 19 जुलाई को डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दौरान होने वाली कनेक्टिविटी की दिक्कतों को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी और जिस तरीके से कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने मामले को खंडपीठ को सौंपा था, उस पर ऐतराज जताया था।

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