West Bengal: राज्यभर में 31 साइबर थानाें का गठन किया गया, 183 पुलिस कर्मियों को साइबर अपराध संबंधित विशेष ट्रेनिंग
ममता बनर्जी की अनुप्रेरणा से 2017 से साइबर सिक्युरिटी सेंटर ऑफ एक्सेलेंस शुरू किया गया है। यहां प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। फॉरेंसिक परीक्षागार भी तैयार किया गया है। सरकार ने राज्यभर में 31 साइबर थानाें काे गठित किया।183 पुलिस कर्मियों को साइबर अपराध संबंधित विशेष ट्रेनिंग दी जा रही।
राज्य ब्यूरो, कोलकता। राज्य के आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के मंत्री पार्थ चटर्जी ने साइबर सिक्युरिटी पर दो अहम किताबें ‘साइबर सममोहन’ तथा ‘साइबर सिक्युरिटी नॉलेज’ का वर्चुअली विमोचन किया। मंत्री ने कहा कि पूजा के समय साइबर सिक्युरिटी ज्यादा जरूरी होती है। सभी को ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। राज्य सरकार इस पर विशेष जोर दे रही है।
मंत्री ने कहा कि न केवल काेविड 19 के दौरान बल्कि सामान्य तौर पर आजकल प्रौद्योगिकी पर सब कुछ बहुत अधिक निर्भर है। इसलिए सुरक्षा अभिन्न और अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। ऐसे में मुझे साइबर सुरक्षा पर दो पुस्तकों के विमोचन के दौरान प्रसन्नता हो रही है, जो आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग व वेबल की पहल है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी साइबर सुरक्षा जागरूकता माह 2021 मना रही है। अक्टूबर में दुनिया भर में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है।
साइबर अपराध पर शिकंजा कसने के लिए राज्य सरकार की पहल
सीएम ममता बनर्जी की अनुप्रेरणा से 2017 से साइबर सिक्युरिटी सेंटर ऑफ एक्सेलेंस शुरू किया गया है। यहां प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। फॉरेंसिक परीक्षागार भी तैयार किया गया है। सरकार ने पूरे राज्यभर में 31 साइबर थानाें काे गठित किया है। 183 पुलिस कर्मियों को साइबर अपराध संबंधित विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। हमलोग पूरी तरह इसे लेकर सचेत हैं।
पार्थ चटर्जी ने दो पुस्तकों के विमोचन के बाद कहा कि इनमें से एक कॉमिक बुक के माध्यम से लोगों को साइबर सुरक्षा की अधिक से अधिक जानकारी मिलेगी। यह छात्र-छात्राओं को पसंद आयेगी। अन्य बुक से हर किसी को साइबर सुरक्षा पर प्राथमिक रूप से जानकारी मिलेगी। हिन्दी सहित अन्य भाषाओं में भी इसके रूपायन का काम चल रहा है।