झाडि़यों को काटते वक्त प्लास्टिक बैगों में 14 भ्रूण

हरिदेवपुर इलाके में लंबे समय से खाली पड़ी 72 कट्टा जमीन पर उगी झाडि़यों को काटते वक्त प्लास्टिक बैगों में 14 भ्रूण मिलने की चर्चा से माहौल गर्म हो गया।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 03 Sep 2018 10:17 AM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 03:17 PM (IST)
झाडि़यों को काटते वक्त प्लास्टिक बैगों में 14 भ्रूण
झाडि़यों को काटते वक्त प्लास्टिक बैगों में 14 भ्रूण

कोलकाता, जागरण संवाददाता। हरिदेवपुर इलाके में लंबे समय से खाली पड़ी 72 कट्टा जमीन पर उगी झाडि़यों को काटते वक्त प्लास्टिक बैगों में 14 भ्रूण मिलने की चर्चा से माहौल गर्म हो गया। लेकिन शाम होते-होते पुलिस के बयान ने चर्चा को मंद कर दिया। डाक्टरों की जांच में प्लास्टिक बैगों में भ्रूण नहीं बल्कि मेडिकल वेस्ट और ड्राई आइस मिलने की जानकारी दी गई।

सूत्रों के अनुसार हरिदेवपुर थाना अंतर्गत 214 नंबर राजा राम मोहन रोड स्थित शहीद स्मृति इलाके में एक निजी कंपनी की लंबे समय से खाली पड़ी 72 कट्टा जमीन पर निर्माण कार्य बंद हो जाने के बाद झाडि़यां उग आई थीं। रविवार दोपहर कोलकाता नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा झाडि़यों को काटते वक्त टीन की बाउंड्री वॉल के किनारे 14 प्लास्टिक बैगों में भ्रूण मिलने की सूचना से सनसनी मच गई थी।

मामले को गंभीरता से लेते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार, मेयर शोभन चटर्जी और वार्ड 122 की पार्षद सोमा चक्रवर्ती भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। पुलिस ने 14 प्लास्टिक बैगों को कब्जे में लेकर एमआर बांगुर अस्पताल भेज दिया था। साथ ही जांच के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी कब्जे में ले लिया था। निर्माण कार्य मंे लगे श्रमिकों से भी पूछताछ शुरू कर दी गई थी।

घटना को लेकर स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है। मौके पर ही मेयर शोभन चटर्जी ने 14 नवजात के शव मिलने का दावा करते हुए और भी शव मिलने की आशंका जताई थी। उन्होंने पूरी जमीन पर तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया था। जबकि डीसी साउथ वेस्ट निलांजन विश्र्वास ने कहा था कि बरामद प्लास्टिक बैगों में भ्रूण है या नवजात के शव इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट जाने के बाद ही पता चलेगा।

उधर, भ्रूण की जांच के लिए मेडिकल टीम का भी गठन कर दिया गया था। भ्रूण का लिंग निर्धारण के लिए सोमवार को पोस्टमार्टम कराने की भी तैयारी शुरू कर दी गई थी। घटना ने राजनीतिक रंग लेना भी शुरू कर दिया था। लेकिन शाम होते होते भू्रण मिलने की घटना ने नया मोड़ ले लिया।

पुलिस मुख्यालय लालबाजार से जारी बयान में स्पष्ट कर दिया गया कि डाक्टरों की जांच में प्लास्टिक बैगों में भ्रूण नहीं बल्कि उसके अंदर मेडिकल कचरा और ड्राई आइस मिले हैं। इसके बाद भ्रूण मिलने की चर्चा पर एकाएक विराम लग गया। सवाल यह उठता है कि मेयर ने घटनास्थल से नवजात के शव मिलने का दावा किस आधार पर कर दिया था? हालांकि इस घटना ने अपने पीछे कई सवाल भी छोड़ दिए हैं। 

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