नवजात बच्चों को बेचने के आरोप में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर की बहू व वरिष्ठ अधिकारी समेत 10 गिरफ्तार

हावड़ा में एक गोद लेने के केंद्र (एडाप्शन सेंटर) से नवजात शिशुओं को बेचने व यौन उत्पीडऩ के आरोप में पुलिस ने हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर व तृणमूल कांग्रेस की नेता मिनाती अधिकारी की बहू और राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 10:42 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 10:42 PM (IST)
नवजात बच्चों को बेचने के आरोप में हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर की बहू व वरिष्ठ अधिकारी समेत 10 गिरफ्तार
हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर की बहू व वरिष्ठ अधिकारी समेत 10 गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा में एक गोद लेने के केंद्र (एडाप्शन सेंटर) से नवजात शिशुओं को बेचने व यौन उत्पीडऩ के आरोप में पुलिस ने हावड़ा की पूर्व डिप्टी मेयर व तृणमूल कांग्रेस की नेता मिनाती अधिकारी की बहू और राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए हावड़ा शहर के पुलिस आयुक्त सी सुधाकर ने शुक्रवार देर रात सल्किया स्थित एक निजी होम क्रैडल बेबी सेंटर पर छापेमारी की और पिछले पांच साल से गोद लेने का केंद्र चलाने वाली महिला समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें पश्चिम बंगाल सिविल सर्विस (डब्ल्यूबीसीएस) का एक अधिकारी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई बच्चों को निजी होम से बाहर निकाला। अधिकारी के अनुसार, हमें इस एनजीओ के खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं, जिसमें सेंटर चलाने की आड़ में बच्चों को बेचने और उनके साथ छेड़छाड़ की घटनाएं शामिल थीं।

अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक जांच दल का भी गठन किया गया था। हमें कई विसंगतियां मिलीं, जिसके बाद हमने गिरफ्तारी की और पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने उक्त होम को भी सील कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है कि क्या गैर-सरकारी संगठन का अंतर-राज्यीय बाल-तस्करी रैकेट से संबंध है या नहीं।

तृणमूल नेत्री की पुत्रवधु करती थी होम का संचालन

बताया जाता है कि हावड़ा नगर निगम की पूर्व डिप्टी मेयर व सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस की नेत्री मिनाती अधिकारी की पुत्रवधु इस निजी होम का संचालन करती थीं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस होम में समय से बच्चियों का शारीरिक शोषण किया जाता था और उसे बेचने का धंधा चल रहा था। लोगों का कहना है कि चूंकि होम संचालक का परिवार राजनीतिक रूप से इतने प्रभावशाली हैं कि उनके खिलाफ कोई भी मुंह नहीं खोलना चाहता था।

डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं गिरफ्तार अधिकारी

वहीं, इस सिलसिले में गिरफ्तार वरिष्ठ अधिकारी राज्य के समाज कल्याण विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात हैं। वह हावड़ा में समाज कल्याण अधिकारी के पद पर भी तैनात रहे हैं। पुलिस को उक्त अधिकारी के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं, जिसके बाद उन्हें भी गिरफ्तार किया।

भाजपा ने की सीबीआइ जांच की मांग

इधर, भाजपा ने इस पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है। प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य उमेश राय ने कहा कि पूरे राज्य में महिलाओं व बच्चियों की तस्करी व उन्हें बेचने का धंधा चल रहा है और इसमें सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के लोग शामिल हैं। दूसरी ओर, इस घटनाक्रम पर राज्य की महिला व शिशु कल्याण मंत्री डा शशि पांजा ने कहा है कि इसके पीछे जो भी लिप्त पाया जाएगा किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपना काम करेगा।

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