संयुक्त आंदोलन को ले ट्रेड यूनियनों में मतभेद

दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खड़गपुर मंडल में रेल प्रशासन के खिलाफ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 07:07 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 07:07 PM (IST)
संयुक्त आंदोलन को ले ट्रेड यूनियनों में मतभेद
संयुक्त आंदोलन को ले ट्रेड यूनियनों में मतभेद

विजय शंकर वर्मा, खड़गपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत खड़गपुर मंडल में रेल प्रशासन के खिलाफ संयुक्त आंदोलन को लेकर रेल ट्रेड यूनियनों के बीच आपसी मतभेद प्रकाश में आ रहा है। दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ की ओर से रेल प्रशासन के खिलाफ संयुक्त आंदोलन करने के लिए रेल ट्रेड यूनियनों की ज्वाइंट एक्शन फोरम में शामिल न होने की घोषणा की गई है।

रेल ट्रेड यूनियनों की ओर से ज्वाइंट एक्शन फोरम बनाने के लिए 15 नवंबर को गोल बाजार स्थित श्रीराम मंदिर सभागार में एक बैठक बुलाई गई थी। बैठक में मेंस यूनियन, एआइएलआरएस, एसइआरएमटीएमसी के ही कुछ नेता व समर्थक मौजूद रहे। इस बैठक में मेंस यूनियन व एआइएलआरएस के एक-एक सदस्यों को ज्वाइंट एक्शन फोरम का संयोजक बनाया गया, लेकिन इस बैठक के बाद डीपीआरएमएस की ओर से ज्वाइंट एक्शन फोरम में शामिल न होने की घोषणा की गई। डीपीआरएमएस के जोनल अध्यक्ष प्रह्लाद ¨सह ने कहा कि 2017 में रेलवे वर्कशॉप प्रशासन के खिलाफ संयुक्त आंदोलन के लिए हमलोग ज्वाइंट एक्शन फोरम में शामिल हुए थे, लेकिन वर्कशॉप मुख्य कार्य प्रबंधक से बातचीत के दौरान डीपीआरएमएस को शामिल नहीं किया गया। जिसके कारण अब ज्वाइंट एक्शन फोरम का कोई औचित्य नहीं रह गया है, वहीं मेंस कांग्रेस के संयुक्त महासचिव अजय कर ने भी कहा कि अभी तक संगठन की ओर से रेल ट्रेड यूनियनों की ज्वाइंट एक्शन फोरम में शामिल होने के विषय में कोई विचार नहीं किया गया है। इस विषय में संगठन की ओर से बैठक कर विचार किया जाएगा। मेंस यूनियन नेता अजीत घोषाल ने कहा कि सभी रेल ट्रेड यूनियन व संगठनों के नेताओं को ज्वाइंट एक्शन फोरम में शामिल होने की अपील हमलोग करेंगे, ताकि रेल प्रशासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर संयुक्त आंदोलन छेड़ा जा सके।

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