एक और बुखार पीड़ित नजवात की मौत

- शिशु विभाग में एक बेड पर तीन चार बच्चों को रखने को मजबूर अस्पताल में बढ़ रही है भीड़

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 07:45 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 07:45 PM (IST)
एक और बुखार पीड़ित नजवात की मौत
एक और बुखार पीड़ित नजवात की मौत

- शिशु विभाग में एक बेड पर तीन चार बच्चों को रखने को मजबूर, अस्पताल में बढ़ रही है भीड़ जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: बुखार से पीड़ित एक और नवजात की मौत हो गई। जिले में अब तक आठ बच्चों की मौत हो गई है। दूसरी ओर जिला अस्पताल में बुखार पीड़ित बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रही है। शिशु विभाग में एक ही बेड पर तीन से चार बच्चों को रखा जा रहा है। वहीं 11 वर्षीय एक बच्चे में शुगर की मात्रा काफी अधिक होने से उसे गंभीर हालत में उत्तर बंगाल मेडिकल व अस्पताल भेजा गया है। जिला अस्पताल में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो पिकू यूनिट शुरू नहीं हो पाने के कारण गंभीर रूप से बीमार बच्चों को उत्तर बंगाल मेडिकल रेफर करने को मजबूर हैं।

अस्पताल सूत्रों की माने तो शुक्रवार रात को धुपगुड़ी के डाउकिमारी से रिम्पा परवीन ने अपने नवजात को गंभीर हालत में जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां नवजात को एसएनसीयू में भर्ती कराया गया। शनिवार तड़के बच्चे की मौत हो गई। मृतक के भाई अमजद अली ने कहा कि उनके बच्चे का शरीर बुखार से जल रहा था। सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे धुपगुड़ी से जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी।

दूसरी ओर शनिवार को भी अस्पताल के आउटडोर विभाग के बच्चे के इलाज के लिए आई लोगों की भीड़ लगी हुई थी। बेरुबाड़ी से पहुंचे इलियारा बेगम ने कहा कि साढ़े दस बजने के बाद भी चिकित्सकों का पता नहीं था। ग्यारह बजे चिकित्सक आने के बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा गया। शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो दो चिकित्सकों को ही इंडोर और आउटडोर दोनों देखना पड़ रहा है। इसलिये समस्या आ रही है। वहीं जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ज्योतिष चंद्र दास ने कहा कि एसएनसीयू यूनिट में बच्चे की मौत की खबर अब तक नहीं मिल पाई है। इससे पहले भी एक नवजात की मौत हुई थी। वजन कम होने और कुछ लक्षण होने के कारण बच्चों की मौत हो जा रही है।

chat bot
आपका साथी