नर्सो की भूमिका अतुलनीय
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर बीएमओएच बोले कोरोना काल में भी नर्सो ने जिम्मेदारी से निभाया कर्तव्य ---
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर बीएमओएच बोले : कोरोना काल में भी नर्सो ने जिम्मेदारी से निभाया कर्तव्य
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संसू.मिरिक: मिरिक खंड स्वास्थ्य केन्द्र में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया। इस अवसर पर नर्स द्वारा की जा रही अतुलनीय सेवाओं की प्रशंसा करते हुए बीएमओएच डा.टासी लामा ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान नर्सो ने प्रथम पंक्ति के योद्धा के रुप में अपना योगदान दिया। जो वाकई में प्रशंसनीय ही नहीं बल्कि इस तरह के कार्य का मूल्यांकन करना भी जरूरी है। नर्सो की भूमिका को कदापि भी भुलाया नहीं जा सकता। इस बार भी कोरोना महामारी ने मिरिक महकमा क्षेत्र को आक्रांत कर दिया है । ऐसी हालत में नर्सो ने काफी जिम्मेवारी के साथ काम किया है और करता आया है। आज ही के दिन सिस्टर फ्लोरेन्स नाइटेंगल की जयंती होने के कारण उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनके कर्मपथ पर चलने का नर्सो ने प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम में बीएमओएच डा. टासी लामा समेत अन्य वक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के महत्व पर विस्तृत रूप से जानकारी दी। दूसरी ओर डुपटिन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी सामान्य रुप में विश्व नर्स दिवस मनाया गया। जहां उप स्वास्थ्य केन्द्र के प्रशासक परिचारिका स्मृति ब्लोन को स्वस्थ्यकर्मियों ने उपहार प्रदान कर सम्मानित किया ।
(फोटो अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर नर्सो के साथ बीएमओएच डा.टासी लामा )
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मिरिक में मिनी लॉकडाउन असरदायक
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सड़कों पर वाहनों का शोर लोगों की चहल-पहल थमी, घर पर रहना ही विकल्प
संसू. मिरिक: महामारी के चलते जारी मिनी लॉकडाउन के तहत पहाड़ का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा है । सड़कों पर वाहनों का शोर व लोगों की चहल पहल पूरी तरह से बंद है। गांवों की स्थिति भी सुनसान सी हो गई है। महकमा के कतिपय गांवों में संक्रमितों की संख्या कम ज्यादा होने के कारण दूसरे गांव में आना जाना भी लोगो का कम हो गया है। लोग अपने घर से बाहर भी नहीं निकल रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोग अपने दैनिकी, बागवानी , साग सब्जियां लगाने , बच्चों के साथ बैठकर समय व्यतीत व्यतीत कर रहे, किताबें पढ़ना और बातचीत करके दिन काट रहे हैं। वहीं शहरी क्षेत्र में मंदिर मस्जिद , पर्यटकीय गंतव्य और बाजार का दृश्य निराशाजनक हो गया है । व्यस्ततम रहने वाली सड़कें और स्थानीय विभिन्न स्थानों पर माहौल पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। यद्यपि , कतिपय लोग सरकारी नियमो का कडाई से पालन करते हुए पार्क और आसपास नजर आ रहा है। लेकिन सभी पर्यटकीय स्थान और दुकानें पूरी तरह से बंद रहने तथा निर्धारित समय पर ही खुलने से लोगों का दिन काटना मुश्किल हो गया है। मगर घर मे सुरक्षित रहना ही सबके लिए बेहतर विकल्प बन गया है।
(फोटो: सुनसान पड़ा मिरिक का सार्वजनिक मंदिर , मिरिक पर्यटन केन्द्र का सूना पड़ा पार्क और यहां के राज्य मार्ग में पसरा सन्नाटा )