अतिक्रमण हटाओ अभियान प्रभावितों से मिले कांग्रेस नेता
-तीन नंबर वार्ड में अतिक्रमण हटाओ अभियान की प्रक्रिया पर खड़े किए सवाल -कहा मोहलत दिए
-तीन नंबर वार्ड में अतिक्रमण हटाओ अभियान की प्रक्रिया पर खड़े किए सवाल
-कहा, मोहलत दिए बिना बुलडोजर चलवा दिया, ऐसी मनमानी क्यों? जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर के तीन नंबर वार्ड अंतर्गत महानंदा नदी किनारे चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रभावित परिवारों से शनिवार को कांग्रेस नेताओं ने भेंट की। दार्जिलिंग जिला कांग्रेस अध्यक्ष शंकर मालाकार, कांग्रेस सेवा दल के मेंहदी हसन, दार्जिलिंग जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष रोहित तिवारी व दार्जिलिंग जिला छात्र परिषद अध्यक्ष शहनवाज हुसैन आदि ने मौके पर जा कर प्रभावित परिवारों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवार वालों से बातचीत की व उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दार्जिलिंग जिला कांग्रेस अध्यक्ष शंकर मालाकार ने कहा कि वे लोग किसी भी प्रकार के अतिक्रमण का समर्थन नहीं करते हैं। मगर, अतिक्रमण होता क्यों है? इस पर गौर किए जाने की जरूरत है। जब नदी किनारे अवैध रूप में घर बन रहा था तब शासन, प्रशासन, नगर निगम ये सब कहां थे? अगर यहां लोग अवैध रूप में बसे तो उन्हें जमीन किसने दी? और कैसे दी? उस जमीन पर उनका घर कैसे बन गया? उस घर के लिए होल्डिंग नंबर कैसे मिल गया? वहां इलेक्ट्रिक कनेक्शन कैसे आ गया? शुरुआत में ही अवैध कार्य क्यों होने दिया गया? ऐसा करने-कराने में कौन-कौन लोग शामिल थे? उन्होंने इस अवैध कार्य व अतिक्रमण के नाम पर कितना कमाया? और जब सब कुछ कर ही दिया तो बरसों-बरस बाद अब मनमाने तौर पर लोगों को क्यों हटाया गया? इसके लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया क्यों नहीं अपनाई गई? न कोई नोटिस दिया, न ही मोहलत दी, सीधे आए और बुलडोजर चलवा दिया। ऐसी मनमानी क्यों? ठंड के इस मौसम में 25 से भी अधिक परिवारों को बेघर करते हुए एक बार भी मानवीय पहलुओं पर विचार क्यों नहीं किया गया? क्षतिपूर्ति या पुनर्वास या फिर मानवीय सहायता, सहयोग की व्यवस्था क्यों नहीं की गई? इन सारे सवालों का जवाब आम जनता चाहती है। शासन-प्रशासन व सिलीगुड़ी नगर निगम जवाब दे। वरना, आम जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। इस मुद्दे पर कांग्रेस भी लगातार आंदोलन करेगी।