अब वीआरडीएल लैब की होगी निगरानी
-तीन सदस्यीय कमेटी का हुआ गठनएनबीएमसीएच के प्राचार्य बने अध्यक्षरोगी कल्याण समिति की बैठक में
-तीन सदस्यीय कमेटी का हुआ गठन,एनबीएमसीएच के प्राचार्य बने अध्यक्ष,रोगी कल्याण समिति की बैठक में कई निर्णय जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेट्री के गतिविधियों पर निगरानी के लिए तीन सदस्ययी कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी एनबीएमसीएच के प्राचार्य प्रोफेसर इंद्रजीत साहा के नेतृत्व में गठित की गई है। इसमें एनबीएमसीएच के अधीक्षक व डीन को भी शामिल किया गया है। उक्त जानकारी एनबीएमसीएच रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ रूद्रनाथ भट्टाचार्य ने दी है। उन्होंने बताया गया कि शनिवार को एनबीएमसीएच के बोर्ड कक्ष में रोगी कल्याण समिति की बैठक की गई। बैठक में उत्तर बंगाल में जन-स्वास्थ्य मामलों के देखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) डॉ सुशांत कुमार रॉय, एनबीएमसीएच के प्राचार्य प्रोफेसर इंद्रजीत साहा समेत अन्य लोग उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि एनबीएमसीच में वीआरडीएल गतिविधियों पर निगरानी के लिए तीन सदस्ययी कमेटी गठित की गई है। इसके अलावा एनबीएमसीएच में अग्निशमन व्यवस्था की कमियों को दुरूस्त करने के उद्देश्य से अगले महीने तीन अगस्त को मॉक-ड्रिल करने की योजना है। उन्होंने बताया कि एनबीएमसीएच की अग्निशमन व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए पहले भी कई कदम उठाए जा चुके हैं। जगह-जगह फॉयर इंस्टीग्यूशर लगाए गए हैं।
डॉ भट्टाचार्य ने कहा कि एनबीएमसीएच परिसर की मशीन से सफाई किए जाने के विकल्पों को तलाशा जा रहा है। इसके अलावा एनबीएमसीएच परिसर को हरित व स्वच्छ परिसर सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जलापूर्ति व्यवस्था के बेहतर संचालन तथा रख-रखाव के लिए पीएचइ को स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एनबीएमसीएच परिसर में स्थापित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा तथा पोस्ट ऑफिस का भाड़ा सरकारी गाइड-लाइन के मुताबिक निर्धारित किया जाएगा। डॉ भट्टाचार्य ने कहा कि सुरक्षा गार्ड तथा सफाई व्यवस्था के संचालन के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।