दो लाख कोराना जांच,वीआरडीएल पूरे राज्य में नंबर वन
-दूसरे स्थान पर एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज -1.40 लाख जांच के साथ आरजी कर तीसरे स्थान पर -अधि
-दूसरे स्थान पर एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज
-1.40 लाख जांच के साथ आरजी कर तीसरे स्थान पर
-अधिकारियों और कर्मचारियों ने मनाया जश्न
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-आरकेएस चेयरमैन ने केक काट सबका हौसला बढ़ाया
-अब हद दिन पंद्रह सौ से ज्यादा सैंपल की जांच -------------
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मार्च से शुरू हुई जांच की प्रक्रिया
06
सैंपल की जांच हुई थी पहले दिन
94
लैब में अब कोरोना जांच की सुविधा
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जाच जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री (वीआरडीएल)ने नया रिकॉर्ड बनाया है। इस लैब ने दो लाख से ज्यादा कोरोना वायरस सैंपल की जाच की है। यह आकड़ा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के वीआरडीएल ने शुक्रवार को पूरा किया। इसके साथ ही कोरोना जांच के मामले में वीआरडीएल लैब पूरे राज्य में नंबर वन बन गया है। इस उपलब्धि के मौके पर शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के वीआरडीएल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन डॉ रुद्रनाथ भट्टाचार्य की उपस्थिति में लैब के विशेषज्ञों से लेकर तकनीशियनों व अन्य स्टाफ का स्वागत किया गया तथा केक काटकर उनकी हौसला अफजाई की गई। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में यह पहला लैब है जिसमें अब तक दो लाख से ज्यादा सैंपल की जाच की गई है। राज्य में दूसरे नंबर पर एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल है। जहा पर 29 अक्टूबर तक एक लाख 75 हजार से कुछ ज्यादा सैंपल की जाच की गई है। जबकि तीसरे नंबर पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल का वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी है। जहा 29 अक्टूबर तक एक लाख 40 हजार सैंपल की जाच की जा चुकी है। उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बंगाल में कोरोना वायरस के मामले आना शुरू होने के बाद 29 मार्च से एमबीएमसीएच के वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब में कोरोना वायरस की जाच प्रक्रिया शुरू हुई थी। पहले दिन वीआरडीएल में छह सैंपल की जाच की गई थी। इससे पहले कोरोना वायरस के जाच के लिए सैंपल कोलकाता भेजना पड़ता था। उस समय राज्य में सिर्फ नाइसेड ही एक मात्र जाच सेंटर हुआ करता था। राज्य स्वास्थ विभाग सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल राज्य में कुल सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर 94 लेबोरेटरी में कोरोना वायरस की जाच की जाती है। इनमें 44 लेबोरेटरी में आरटी पीसीआर मशीन से जाच की जाती है, जबकि अन्य में ट्रूनट तथा सीबीनट से जाच की जा रही। कुछ जगहों पर हाल ही में एंटीजेन जाच भी शुरू की गई है। इस तरह से अब तक राज्य में लगभग 44 लाख 68 हजार 496 सैंपल्स की जाच की जा चुकी है। इनमे 18 लाख दो हजार 211 रैपिड एंटीजेन टेस्ट शामिल है। धीरे-धीरे बढ़ती गई संख्या
एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा बताया गया कि जब यहा पर जाच प्रक्रिया शुरू हुई तो पहले दिन 6 सैंपल की जाच की गई। फिर एक दिन में 50 से 60 सैंपल की जाच हो पाती थी। इसके बाद संख्या बढ़कर डेढ़ सौ से 200 तक पहुंची। मशीनों की संख्या बढ़ाई गई
वीआरडीएल में आवश्यकता के अनुसार और आरटी-पीसीआर मशीनों की संख्या बढ़ाई गई। इसके अलावा ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन मंगाई गई। फिलहाल यहा पर दो आरटी-पीसीआर, एक ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन है। इसके अलावा सीबीनट तथा ट्रूनट मशीन से कोरोना वायरस की जाच होती है। अब सिर्फ आधे घंटे में रिजल्ट
वर्तमान समय में यहा पर प्रत्येक दिन 15 सौ से ज्यादा सैंपल की जाच की जा रही है। पहले कोरोना वायरस सैंपल की जाच करने में 5 से 6 घटे लगते थे वहीं ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन आ जाने से जाच आधे घटे में हो जाती है। --------------
आरटी-पीसीआर मशीन की संख्या बढ़ने तथा ऑटोमेटेड आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन की व्यवस्था होने से कोरोना वायरस के सैंपल की जाच में तेजी आई। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का पूरा सहयोग मिला। अब तो हर दिन 1500 सौ से ज्यादा कोरोना जांच हो रही है। वीआरडीएल में यदि किसी उपकरण की आवश्यकता होती थी तो जिले के डीएम तथा सीएमओएच का पूरा सहयोग मिलता था। इसके अलावा मेडिकल अस्पताल के प्राचार्य तथा मेडिकल अधीक्षक समेत लेबोरेटरी के डॉक्टर से लेकर तकनीशियन तथा ग्रुप डी स्टाफ तक का भरपूर सहयोग मिला है। तभी जाकर यह मुकाम हासिल किया जा सका है।
-डॉ अरूनाभ सरकार,हेड माइक्रो बायोलोजी विभाग,एनबीएमसीएच