विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा भारत : राजू बिष्ट

कहा नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आत्मनिर्भर बन रहा है देश जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 01:59 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 01:59 PM (IST)
विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा भारत : राजू बिष्ट
विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा भारत : राजू बिष्ट

कहा, नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आत्मनिर्भर बन रहा है देश

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

न्यू इंडिया अपनी प्रतिबद्धता और संकल्प के साथ अपने पड़ोसी देशों बाग्लादेश और नेपाल को कोविड महामारी की रोकथाम के लिए कोविशील्डी वैक्सीन की 20 लाख और 10 लाख खुराकें भेज विश्व गुरु बनने की ओर कदम बढ़ाया है। देश आत्मएनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा दिए हैं। यह कहना है भाजपा के सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट का। उन्होंने बताया कि वैक्सीन की खुराकें कोरोना महामारी से निपटने के लिए दोनों देशों को नि:शुल्क भेजी गई हैं। भारत द्वारा विश्व मानवता के प्रति दिखाए गए बड़प्पन की अमेरिका ने उन्मुक्त कंठ से प्रशसा की है। स्वदेशी वैक्सीन के न्यूनतम साइड इफेक्ट का ही परिणाम है कि विश्व में सबसे ज्यादा 80 फीसदी भारतीयों ने कोविड का टीका लगवाने की इच्छा जताई है। यह भारत को विश्व पटल पर गुरु का दर्जा दिलाने की सार्थक पहल भी है। वैसे तो भारत का प्राचीन इतिहास गौरवशाली रहा है। भारतीय ज्ञान परंपरा, ज्ञान विज्ञान और समृद्ध संस्कृति के के चलते भारत को विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था। लेकिन कालातर में विभिन्न कारणों से उसे इस स्थान से वंचित होना पड़ा। वर्तमान में भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी, योग-आध्यात्म और पढ़ी-लिखी युवा फौज से दुनिया को एकबार फिर अचंभित कर दिया है। वैश्विक महासंकट कोरोना ने विश्व के विकसित और शक्तिशाली देशों को भी झकझोर दिया है। पूरी दुनिया के गरीब और अमीर मुल्कों को कोराना महामारी से लोहा लेना पड़ा। लेकिन भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व ने इस महासंकट को न केवल संभाला बल्कि कोरोना पीड़ित देशों के साथ भाईचारे को जिस तरीके से निभा रहा है, उसने भारत की प्रतिष्ठा में वैश्विक स्तर पर चार चाद लगा दिए हैं। वैक्सीन की डेढ़ लाख खुराक भूटान और एक लाख खुराक मालदीव को भी भेजी गई। जबकि म्यामार सहित विश्व के अनेक देशों की माग पर वैक्सीन की खुराकें भेजने की योजना है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह कोविड वैक्सीक दक्षिण एशिया के अलावा साउदी अरब, अफ्रीका, ब्राजील, मोरक्को अथवा विश्व के अन्य देशों को भी आपूíत के लिए तैयार है। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि पहले भारत मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर और कोविड की जाच किट का बाहर के देशों से आयात करता था, लेकिन आज इस मामले में आत्मनिर्भर है। भारत की स्वदेशी वैक्सीन के प्रति भारतीयों और विदेशों में उत्साह एवं विश्वास का माहौल है। इडेलमैन पीआर ट्रस्ट, बैरोमीटर के 2021 में किए गए सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी के खिलाफ टीका लगवाने के लिए सबसे अधिक भारतीय इच्छा रखते हैं। उन्होंने अपने वसुधैव कुटुंबकमृ के धर्म को निभाते हुए अनेक देशों को दवाओं की खेप भेजी थी। कोरोना संकट के समय अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। नि:संदेह, प्रधानमंत्री का यह प्रयास भारत को विश्व फलक पर एकबार फिर विशाल बना देगा।

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