वैक्सीन उम्मीद की किरण,अफवाहों पर ना दें ध्यान:भाजपा
-राष्ट्रविरोधी तत्व मुसलमानों को कर रहे भयभीत अगर यह गलत होता तो बांग्लादेश कैसे करता
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना महामारी से दुनिया अभी भी जूझ रही है। लाखों लोग इसके शिकार है। भारत में स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर दुनियां को एक उम्मीद की किरण दी है। कुछ राष्ट्र विरोधी तत्व मुसलमानों को भयभीत करने में लगे है। इसका मुंहतोड़ जबाव बंगाल के लोगों को देना होगा। यह कहना है भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अली हुसैन का। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के कुछ गैर जिम्मेदार मौलाना एक ब्रांड की वैक्सीन को हराम बता रहे हैं। यह अफवाह फैलाने की एक सोची समझी चाल है। ऐसे वैक्सीन पर सवाल उठाना ठीक नहीं है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा इजाद की गयी वैक्सीन को कोरोना महामारी में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है। इसमें किसी जानवर की चर्बी की चर्चा तक नहीं है।
सैयद मोहम्मद असरफ चेयरमैन ऑल इंडिया उलामा एंड मशाईख बोर्ड ने अपने बयान में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को अफवाह से बचने की गुजारिश की है। समझने की बात है कि सबसे ज्यादा मुसलमान बांग्लादेश में है। वहां की सरकार ने भारत की वैक्सीन को स्वीकार किया है। अगर इसमें किसी प्रकार की कोई गलत बात होती तो क्या वहां की सरकार इस प्रकार के वैक्सीन को स्वीकार करती। देश में पनप रहे राष्ट्रविरोधी तत्वों के इशारे पर केंद्र की सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। इसका जबाव वैक्सीन लगाकर ही देना होगा।