केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नांदेड़ में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में एक करोड़वां पौध किया रोपित

सीआरपीएफ ने देश के 170 से अधिक जिलों में एक करोड़ पेड़ लगाने लगाएजब तक वे हमारे सिर से ऊपर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:11 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:11 PM (IST)
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नांदेड़ में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में एक करोड़वां पौध किया रोपित
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नांदेड़ में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में एक करोड़वां पौध किया रोपित

सीआरपीएफ ने देश के 170 से अधिक जिलों में एक करोड़ पेड़ लगाने लगाए,जब तक वे हमारे सिर से ऊपर नहीं हो जाते, तब तक उनकी अच्छी देखभाल करेंगे

पीएम नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर मराठवाड़ा की धरती पर इस लक्ष्य को पूरा किया

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गंगटोक: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा चलाए जा रहे अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान-2021 के तहत महाराष्ट्र के नादेड़ में सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में एक करोड़वा पौधा लगाया। सीआरपीएफ ने देश भर के 170 से अधिक जिलों में एक करोड़ पेड़ लगाने का काम किया है

हमने एक लक्ष्य रखा था कि सभी अर्धसैनिक बल मिलकर एक करोड़ से अधिक पेड़ लगाएंगे और जब तक वे हमारे सिर से ऊपर नहीं हो जाते, तब तक उनकी अच्छे से देखभाल करेंगे, और आज हमने इस वर्ष के 10 मिलियन के लक्ष्य को समय से पहले पूरा कर लिया है। बड़े हर्ष की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस पर हम मराठवाड़ा की धरती पर इस लक्ष्य को पूरा कर रहे हैं, जहा गुरु गोबिंद सिंह जी की स्मृति में हुजूर साहिब बनाया गया है और इसी दिन इस निजाम के शासन से मुक्त हुआ क्षेत्र। देश के पहले गृह मंत्री और भारत रत्न सरदार पटेल ने दृढ़ता, वीरता और सामरिक कौशल के साथ अपने नापाक इरादों को हराकर इस क्षेत्र को अखंड भारत का हिस्सा बनाने में सफलता हासिल की थी। स्वतंत्रता के बाद देश के पहले मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे जिन्होंने जलवायु परिवर्तन पर ध्यान दिया। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने सबसे पहले राज्य सरकार में जलवायु परिवर्तन विभाग बनाया और भारत में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी सरकार ने जलवायु परिवर्तन पर ध्यान दिया। नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन पर काम करने के लिए एक सरकारी संस्थागत तंत्र की शुरुआत की, अंधाधुंध विकास से वैश्विक पर्यावरण को भारी नुकसान हुआ है, ग्लोबल वाìमग और जलवायु परिवर्तन दो ऐसे खतरे बन गए हैं, जो हर देश के दुश्मन हैं। भारी बारिश, अकाल, भूस्खलन अब बड़ी संख्या में हो रहे हैं और इनका मूल कारण जलवायु परिवर्तन है, कार्बन उत्सर्जन के कारण ओजोन परत धीरे-धीरे पतली होती जा रही है और अगर हमने इस प्रक्रिया को नहीं रोका तो वैश्विक तापमान इस हद तक बढ़ जाएगा कि मानव अस्तित्व को बचाना मुश्किल हो जाएगा। प्रकृति और प्राकृतिक संपत्तियों का उपयोग किया जाना चाहिए न कि उनका दोहन किया जाना चाहिए, विकास की गति के साथ-साथ ग्लोबल वाìमग और जलवायु परिवर्तन की चिंता को सिस्टम में ही शामिल करना होगा और सबसे आसान तरीका कार्बन उत्सर्जन को कम करना है।

पिछले साल भी एक विशाल वृक्षारोपण अभियान चलाया गया था जिसमें 1.30 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य था और सीएपीएफ जवानों ने 1.47 करोड़ पेड़ लगाए थे। शुक्रवार को एचएम ने अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान - 2021 के हिस्से के रूप में नादेड़ में 10 लाख पौधे लगाए। लिंक और तस्वीर ऊपर के रूप में साझा की जा रही है।

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चित्र परिचय: सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में पौध को सींचते केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह। स्त्रोत : सीआरपीएफ

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