12 अक्टूबर को फूलपाती के दिन त्रिपक्षीय वार्ता होगी शुभ: राजू बिष्ट

-सासद राजू बिष्ट को खादा पहनाकर भाजपा व जीएनएलएफ समर्थकों ने किया स्वागत रैली के रूप में ले गए

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 08:48 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 08:48 PM (IST)
12 अक्टूबर को फूलपाती के दिन त्रिपक्षीय वार्ता होगी शुभ: राजू बिष्ट
12 अक्टूबर को फूलपाती के दिन त्रिपक्षीय वार्ता होगी शुभ: राजू बिष्ट

-सासद राजू बिष्ट को खादा पहनाकर भाजपा व जीएनएलएफ समर्थकों ने किया स्वागत, रैली के रूप में ले गए भाजपा कार्यालय

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संवाद सूत्र,दार्जिलिंग: 12 अक्टूबर को फूलपाती के शुभ दिन को ही वार्ता का शुभारंभ हो रहा है संपूर्ण पहाड़ तराई डुवार्स की जनता से मेरी अपील है कि बहुत इंतजार के बाद केंद्र सरकार ने सकारात्मक पहल की है उन्होंने कहा कि पूर्व में जो भी बैठकें हुईं उनसे अब की बार बैठक कुछ अलग होगी। बैठक अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री करेंगे। अब तक बैठकें सिर्फ पहाड़ के लिए होती थीं यह पहली बार है कि जब बैठक में तराई व डुवार्स के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। त्रिपक्षीय वार्ता केंद्र , बंगाल सरकार व गोरखा प्रतिनिधि भाग लेंगे है । सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि देश की जितनी भी जटिल समस्याएं थीं उनका समाधान केंद्र ने किया है अब दार्जिलिंग,तराई व डुवार्स का क्रम है। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ,भारतीय जनता पार्टी व गठबंधन के साथी व गोरखाओं के न्याय मिलेगा । उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जो जीटीए की कुर्सी चाहते हैं तथा वार्ता में भाग लेना चाहते हैं तो मुझे लिखकर दे मैं गृहमंत्री से अनुरोध करूंगा क्यों गृहमंत्री समस्या के समाधान के प्रति गंभीर हैं। शनिवार को हुई बैठक भी में गठबंधन के अध्यक्ष शामिल हुए 12 अक्टूबर की त्रिपक्षीय वार्ता के संबंध में चर्चा की सासद ने कहा कि 12 अक्टूबर की बैठक का मुख्य एजेंडा गोरखाओं की समस्या का समाधान ही होगा और गोरखाओं का एक ही लक्ष्य है गोरखालैंड, गठबंधन के साथी यही चाहते हैं इसमें बंगाल सरकार भी अपना पक्ष को रखेगी । कालिम्पोंग के विधायक को बुलाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कोई जीटीए के चेयरमैन खोजने की मीटिंग नहीं है भारत के संविधान अनुसार स्थाई राजनीतिक समाधान का मीटिंग है । यह लोग कभी बीजेपी का विश्वास नहीं करते हैं खुलेआम माइक से बोल रहे है हमें जीटीए चाहिए हमें विकास करना है उन्हें गोरखालैंड से कोई मतलब ही नहीं है इसलिए उन्हें नहीं बुलाया गया अच्छा ही हुआ ।

केंद्रीय गृह मंत्रालय से 12 अक्टूबर को होने वाली त्रिपक्षीय वार्ता का पत्र आने के बाद पहली बार सांसद राजू बिष्ट यहां पहुंचे जहां उनका सैकड़ों भाजपा व जीएनएलएफ समर्थकों ने खादा पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान राजू बिष्ट जिंदाबाद गोरखालैंड हमें चाहिए और सुभाष घीसिंग जिंदाबाद के नारे लगाते हुए भानु भवन से भाजपा हाउस तक रैली के रूप में ले गए। जहां उन्हें खादा पहनाने को बहुतायत में लोग आए। सांसद राजू बिष्ट ने पहाड़- तराई व डुवार्सवासियों को दुर्गा पूजा दशई की शुभकामना देते हुए कहा कि

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