नक्सलबाड़ी उप सभाधिपति पद पर भी तृणमूल कांग्रेस का कब्जा
नक्सलबाड़ी पंचायत में उपसभाधिपति पद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इसमें तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत हुई।
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। नक्सलबाड़ी पंचायत पर तृणमूल कांग्रेस का पूरी तरह कब्जा हो गया है। अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में उपसभाधिपति पद के लिए तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार आनंद घोष को तीन मतों से जीत मिली।
विजयी होने के बाद पंचायत भवन से रैली निकाली गई। सड़कों पर जश्न का माहौल था। चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में टीएमसी समर्थक कार्यालय के बाहर जमे रहे। वहां मौजूद तृणमूल कांग्रेस के माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा के पर्यवेक्षक कृष्णचंद्र पाल ने बताया कि यह मां, माटी और मानुष की जीत है। विकास के पथ पर पंचायत से शहर तक लगातार लोग पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नक्सलबाड़ी पंचायत में कुछ सदस्यों की संख्या 18 है। अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के दौरान कुल 17 प्रतिनिधि उपस्थित थे। इनमें नौ ने टीएमसी समर्थक उपसभाधिपति आनंद घेाष के पक्ष में अपना वोट दिया। जबकि छह प्रतिनिधियों ने माकपा समर्थित मोहम्मद इस्लाम के पक्ष में वोट दिया। दो सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया। पाल ने बताया कि नक्सलबाड़ी पंचायत में माकपा बोर्ड के द्वारा विकास नहीं होने से नाराज सदस्यों ने तृणमूल की ओर अपना समर्थन दिया है। जल्द ही स्थायी समिति पर भी टीएमसी का कब्जा होगा यह आशा और विश्वास यहां के पंचायत सदस्यों को दिलाना चाहता हूं।
विजयी होने के बाद पंचायत भवन से रैली निकाली गई। सड़कों पर जश्न का माहौल था। चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में टीएमसी समर्थक कार्यालय के बाहर जमे रहे। वहां मौजूद तृणमूल कांग्रेस के माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा के पर्यवेक्षक कृष्णचंद्र पाल ने बताया कि यह मां, माटी और मानुष की जीत है। विकास के पथ पर पंचायत से शहर तक लगातार लोग पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नक्सलबाड़ी पंचायत में कुछ सदस्यों की संख्या 18 है। अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के दौरान कुल 17 प्रतिनिधि उपस्थित थे। इनमें नौ ने टीएमसी समर्थक उपसभाधिपति आनंद घेाष के पक्ष में अपना वोट दिया। जबकि छह प्रतिनिधियों ने माकपा समर्थित मोहम्मद इस्लाम के पक्ष में वोट दिया। दो सदस्यों ने मतदान में भाग नहीं लिया। पाल ने बताया कि नक्सलबाड़ी पंचायत में माकपा बोर्ड के द्वारा विकास नहीं होने से नाराज सदस्यों ने तृणमूल की ओर अपना समर्थन दिया है। जल्द ही स्थायी समिति पर भी टीएमसी का कब्जा होगा यह आशा और विश्वास यहां के पंचायत सदस्यों को दिलाना चाहता हूं।