10 महीने के हुए शीला के शावक
-सफारी पार्क में कर रहे हैं खूब मौज-मस्ती -मुख्यमंत्री से नामकरण का अब भी है इंतजार जागरण स
-सफारी पार्क में कर रहे हैं खूब मौज-मस्ती
-मुख्यमंत्री से नामकरण का अब भी है इंतजार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर से थोड़ी दूर सेवक रोड के पाच माइल स्थित नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क (बंगाल सफारी) की बाघिन शीला के नवजात तीनों शावकों की उम्र अब 10 महीने हो गई है। वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपनी मा के संग खूब अठखेलिया व मौज-मस्ती करते देखे जा रहे हैं। मा शीला भी अपने तीनों शावकों का खूब दुलार-पुचकार करती देखी जा रही है। याद रहे कि वर्तमान में नए जन्मे बाघिन शीला के तीनों शावकों का नाम रखने के लिए राज्य के पूर्व पर्यटन मंत्री गौतम देव मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भी लिख चुके हैं। अब सभी को मुख्यमंत्री द्वारा इन नवजात शावकों के नामकरण का इंतजार है। इधर, कोरोना महामारी व लॉकडाउन के मद्देनजर बंगाल सफारी पार्क आम पर्यटकों के लिए फिलहाल बंद है।
रीका और कीका भी हैं मजे में
याद रहे कि बीते 12 अगस्त 2020 को शीला ने एक साथ तीन शावकों को जन्म दिया था। यह दूसरी बार था कि उसने एक साथ तीन शावकों को जन्म दिया। इससे पूर्व भी उसने एक साथ इका, कीका, रिका को जन्म दिया था। शीला के उन नवजात शावकों का नामकरण भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ही इका, कीका, रिका किया था। उनमें इका की मौत हो गई जबकि कीका व रीका पूरी तरह स्वस्थ हैं और मजे में हैं।
मनोरंजन के लिए तरह-तरह के साधन
इधर, नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क (बंगाल सफारी) पार्क में बाघों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के साधन लगाए गए हैं जिसका बाघ खूब लुत्फ उठा रहे हैं। इस बारे में बंगाल सफारी पार्क के निदेशक बादल देवनाथ ने कहा कि मोटी-मोटी रस्सियों पर लकड़ी की सिल्लयों से बनाए गए विशेष प्रकार के झूले व लटकने के उपकरण आदि को बंगाल सफारी पार्क के बाघों के बाड़े में लगवाया गया है ताकि बाघ मनोरंजन कर सकें और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। इन साधनों का बाघ व उनके शावक बहुत ही लाभ उठा रहे हैं।