गोरखालीग के महासचिव का तीसरे दिन भी आमरण अनशन जारी
24 घटे में भाजपा सरकार से सकारात्मक जवाब न मिला तो पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी बीएमएस से भी त्यागपत्र
24 घटे में भाजपा सरकार से सकारात्मक जवाब न मिला तो पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी बीएमएस से भी त्यागपत्र : हरिटीमसीना
- सांसद व विधायक के बचाव में उतरे गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा ब्राच कमेटी महासचिव
--------------
संवाद सूत्र, दार्जिलिंग: अखिल भारतीय गोरखालीग भारती गुट के महासचिव एस पी शर्मा का तीसरे दिन मंगलवार को भी आमरण अनशन जारी रहा। अनशनकारी एसपी शर्मा से मुलाकात करने को बहुतायत में संघ व संस्थाओं के निजी रूप से भी आ रहे हैं। इनमें भाजपा से निष्कासित हरि टीमसीना ने एस पी शर्मा से भेंट कर उनकी हौसला अफजाई करते हुए कहा कि यदि 24 घटे के अंदर भाजपा सरकार से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है तो मैं पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी बीएमएस से भी त्यागपत्र दे दूंगा ।
उधर, मंगलवार को गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा ब्राच कमेटी के महासचिव संदीप लिंबू द्वारा विज्ञप्ति में कहा गया है कि सासद और विधायक की गलत इमेज दिखाने का कोशिश हो रही है बीजेपी से हमारा गठबंधन होने के कारण हमारा कर्तव्य है कि जनता के सामने सही तथ्य को लाना विश्वव्यापी कोरोना महामारी के कारण हमारे सासद को सिर्फ 6 माह काम करने का मौका मिला इन 6 महीनों में उन्होंने गृह राज्य मंत्री और गृह मंत्री से मिलकर 11 जातगोष्टी पर भी बातचीत का पहल कर चुके हैं और लोकसभा में भी विभिन्न मुद्दा उठा चुके हैं। संदीप लिंबू ने कहा कि सासद पर आरोप लगाते हैं कि वह हमेशा 377 पर मुद्दा उठा रहे हैं मगर उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि 377 जीरो आवर ना होकर बिजनेस आवर माना जाता है और यह प्रश्न का जवाब संबंधित मंत्री एक महीना के भीतर जवाब देते हैं हमें लगता है कि शायद उन्हें लोकसभा के रूल्स का पता नहीं है या वह जान बूझ कर जनता को भ्रमित कर रहे हैं हम विधायक और सासद के काम से संतुष्ट है हमारे गोरखाओं के अकेले सासद को भी त्यागपत्र देने को कहा जा रहा है इसके पीछे गहरी साजिश नजर आ रही है। संसद को गोरखा विहीन बनाना चाहते हैं जनता को समझना पड़ेगा यह सब सिर्फ नाटक कर रहे हैं। संदीप लिंबू को जवाब देते हुए स्वयं एस पी शर्मा ने कहा जीएनएलए पार्टी द्वारा बहुत बचकाना हरकत की जा रही है। उन्होंने कहा कि सासद की कार्य प्रणाली कोरोना के कारण बाधित नहीं हुई है फिर वह 6 महीना कैसे कह रहे हैं,उनकी सोच पर मुझे मुझे तरस आता है।