कालिम्पोंग के हित में निर्णय ले राज्य सरकार : गोजमुमो

मोर्चा नेता भुवन पी खनाल ने कहा वैकल्पिक राष्ट्रीय राजमार्ग की व्यवस्था जल्द की जाए मरीजों को सिलीगु

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:03 PM (IST)
कालिम्पोंग के हित में निर्णय ले राज्य सरकार : गोजमुमो
कालिम्पोंग के हित में निर्णय ले राज्य सरकार : गोजमुमो

मोर्चा नेता भुवन पी खनाल ने कहा वैकल्पिक राष्ट्रीय राजमार्ग की व्यवस्था जल्द की जाए, मरीजों को सिलीगुड़ी ले जाने में होती जान-माल की क्षति

संसू.कालिम्पोंग : जिलेवासियों को राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध होने से परेशानी हो रही है। खासकर मरीजों को इलाज के लिए सिलीगुड़ी जाने में दिक्कत हो रही है। क्यों कि सड़कें बदहाल हैं। ऐसी स्थिति में गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दार्जिलिंग, कर्सियाग होकर सिलीगुड़ी ले जाने के दौरान रास्ते में मरीज की स्थिति जानलेवा होती जाती है। उसपर भी बारिश के मौसम में भूस्खलन हो जाए और रास्ते चलने योग्य न हों। इन्ही सारी स्थितियों के मद्देनजर वैकल्पिक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू करने की पहल की जानी चाहिए। यह कहना है गोरखा जनमुक्ति मोर्चा कालिम्पोंग के जिला प्रवक्ता भुवन पी.खनाल का। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल पहुंच गई हैं। वह प्रशासनिक बैठक कर रहीं हैं भुवन पी.ने कहा कि बैठक में जन मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। मुख्यमंत्री के दौरे का स्वागत करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से जनहित को ध्यान में रखते हुए उचित पहल करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि देउराली, जो कालिम्पोंग शहर के नजदीक एक वैकल्पिक राजमार्ग है, कमसी से 27 माइल तक पहुंचा जा सकता है, जिससे 29 माइल की बुनियादी समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। अगर सड़क को कमसी तक चौड़ी की गई होती तो पहले केवल 7 किमी सड़क का निर्माण किया जा सकता था और 27 माइल को कवर किया जा सकता था। इसके अलावा सिनजी, चारखोल और पनबू के माध्यम से वैकल्पिक सड़कों का निर्माण किया जा सकता है, उन्होंने कहा कि मौजूदा सड़क को व्यवस्थित और चौड़ा करना आवश्यक है।

प्रवक्ता ने आगे कहा की कालिम्पोंग जिला तो बन गया है लेकिन जिले को वह सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं जो एक पूरे जिले को मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि झडे की राजनीति से ऊपर उठकर कालिम्पोंग के लोगों को एकजुट करना जरूरी है. कालिम्पोंग में आज हो रही असुविधाओं को देखते हुए कालिम्पोंग में सभी राजनीतिक दलों के नेता, यूनियनों के प्रतिनिधि, शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि, ड्राइवर यूनियन, होटल-ट्रेड यूनियन और सभी लोग कालिम्पोंग जिले के ताल्लुक एक बार फिर एकजुट हो गए हैं, अपना परिचय दें और आवाज उठाएं। जो कालिम्पोंग के लोगों के लिए जरूरी है 7

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