भाजपा नेता के घर से ढेर सारे आधार, वोटर व मनरेगा के दस्तावेज बरामद

भाजपा नेता के घर से लोगों के ढेर सारे व्यक्तिगत दस्तावेज बरामद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 11:59 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 11:59 PM (IST)
भाजपा नेता के घर से ढेर सारे आधार, वोटर व मनरेगा के दस्तावेज बरामद
भाजपा नेता के घर से ढेर सारे आधार, वोटर व मनरेगा के दस्तावेज बरामद

-तृणमूल कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया है, भाजपा ने साधी चुप्पी

-हाल ही में कोरोना संक्रमण से दिवंगत हुए समर हलदर जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : हाल ही में दिवंगत हुए भाजपा नेता समर हलदर के घर से आम नागरिकों के ढेर सारे व्यक्तिगत दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन दस्तावेजों में काफी संख्या में आधार कार्ड, वोटर कार्ड व मनरेगा के दस्तावेज आदि शामिल हैं। इस मामले को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। यह सिलीगुड़ी शहर के निकट जलपाईगुड़ी जिला अंतर्गत डाबग्राम दो नंबर ग्राम पंचायत के माझाबाड़ी इलाके का मामला है। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया है। वहीं, भाजपा के जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं।

इस बारे में बताया जाता है कि मंगलवार की सुबह दिवंगत भाजपा नेता समर हलदर की विधवा घर की साफ-सफाई में जुटी थी। उस दौरान जब उन्होंने पुराना दराज खोला तो ढेर सारे आधार कार्ड, वोटर कार्ड, और मनरेगा के जॉब कार्ड मिले। उन्होंने यह बात पड़ोसियों को बताई। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। इलाके के अनेक लोग उनके घर पर आ गए। स्थानीय पंचायत सदस्या लक्ष्मी हलदर भी मौके पर पहुंचीं। भाजपा नेता के घर से आम लोगों के इतने सारे आधार कार्ड, वोटर कार्ड और मनरेगा के जॉब कार्ड बरामद होने को लेकर उन्होंने रोष जताया। कहा कि, ये दस्तावेज लोगों की व्यक्तिगत संपत्ति हैं। इन्हें संबंधित व्यक्तियों के पास ही होना चाहिए था। इन दस्तावेजों के न होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा होगा।

उन्होंने सवाल उठाए कि आम लोगों के व्यक्तिगत दस्तावेजों का भाजपा नेता के घर में क्या काम पड़ा? जबकि, वह कोई सरकारी कर्मचारी भी नहीं थे। इधर, कुछ दिन पहले ही आशीघर इलाके में एक झाड़ी से भी ढेर सारे आधार कार्ड बरामद हुए थे। अब भाजपा नेता के घर से इन दस्तावेजों का बरामद होना किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में कोरोना संक्रमण की वजह से भाजपा नेता समर हलदर की मौत हो गई। वह पहले माकपा के नेता हुआ करते थे। पेशे से दर्जी समर हलदर को माकपा ने अंचल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। माकपा शासनकाल में समर हलदर मनरेगा के तहत सौ दिन की रोजगार गारंटी योजना 'मनरेगा' के सुपरवाइजर हुआ करते थे। इस दिन बरामद जॉब कार्डो में उस समय के भी कई कार्ड शामिल हैं। इधर, बदलते समय के साथ समर हलदर ने पाला बदल कर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने उन्हें बूथ अध्यक्ष का पद दिया। उनकी विधवा ने बताया कि मनरेगा का सुपरवाइजर होने के दौरान डाकघर के कर्मचारी उनके पति के पास आकर जॉब कार्ड थमा जाते थे। पति के काम-काज को लेकर उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं रहती थी।

इस बारे में पंचायत प्रधान सुधा सिंह चटर्जी ने बताया कि माकपा के बाद तृणमूल का शासन शुरू होने के उपरांत समर हलदर को उक्त दस्तावेज जमा करा देना चाहिए था। काफी समय से इन दस्तावेजों की तलाश की जा रही थी। उन्हें कई बार कहा भी गया था। मगर, वह इन दस्तावेजों को दबा कर बैठे थे। इन दस्तावेजों को छुपाए रखने की वजह से संबंधित लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। समर हलदर के घर डाबग्राम-फूलबाड़ी की विधायक शिखा चटर्जी का भी आना-जाना था। इतनी संख्या में आधार, वोटर और जॉब कार्ड मिलना किसी बड़े रहस्य की ओर इशारा कर रहा है। इस दिन घटना की जानकारी मिलते ही न्यू जलपाईगुड़ी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और भाजपा नेता के दराज से बरामद दस्तावेजों को जब्त किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।

chat bot
आपका साथी