नर्क में तब्दील हुआ सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट

-लगातार बारिश से हर ओर जल जमाव -पैदल आना-जाना तक हुआ मुश्किल -कारोबारी और आम लोग ब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Jul 2021 09:56 AM (IST) Updated:Sat, 03 Jul 2021 09:56 AM (IST)
नर्क में तब्दील हुआ सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट
नर्क में तब्दील हुआ सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट

-लगातार बारिश से हर ओर जल जमाव

-पैदल आना-जाना तक हुआ मुश्किल

-कारोबारी और आम लोग बेहद परेशान

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सफाई के बाद भी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट की स्थिति बदहाल है। बीते कई दिनों की झमाझम बारिश की वजह से मार्केट के भीतर कई स्थानों पर जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। जबकि कीचड़ से तो पैदल और दुपहिया वाहनों पर चलना आफत है। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट कमेटी ने साफ-सफाई कराने का आश्वासन दिया है।

मानसून पूरी तरह से हावी हो चला है। बीते चार दिनों से सिलीगुड़ी और आस-पास के इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। बारिश की वजह से सिलीगुड़ी नगर निगम की जल निकासी व्यवस्था और साफ-सफाई की पोल खुल रही है। शहर के वार्ड नंबर-1, 3, 4, 5, 6, 35, 36 और 46 के कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। बारिश के पानी और कीचड़ के बीच से आने-जाने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में पूर्वोत्तर भारत में कच्चे माल की सबसे बड़ी मंडी मानी जाने वाली सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट कचरों का ढेर तो था ही अब जल-जमाव और कीचड़ ने परेशानी काफी बढ़ा दी है। बीते चार दिनों से हो रही बारिश की वजह से सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के कई कॉम्प्लेक्स में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है। जल-जमाव के साथ कीचड़ से ग्राहकों का पैदल और दुपहिया वाहनों पर चलना मुश्किल हो गया है। पैदल और दुपहिया वाहन लेकर मंडी में प्रवेश करने वाले पैर से सिर तक कीचड़ में लिपटे बाहर आ रहे हैं।

मानसून शुरू होते ही बिगड़ी स्थिति

सिलीगुड़ी रेगूलेटेड मार्केट के व्यापारियों ने बताया कि मानसून शुरु होने के बाद से ही मंडी में जल-जमाव की स्थिति है। बीते कई वर्षो से मंडी के हाई ड्रेनों की सफाई नहीं हुई है। जल निकासी के सभी चेंबर कचरों से भरा हुआ है। बार-बार शिकायत करने के बाद एक दिन सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासकीय बोर्ड के सदस्य रंजन सरकार और एसआरएमसी के सचिव तमाल दास जेसीबी लेकर हाजिर हुए थे। जेसीबी से हाई ड्रेनों का कचरा निकाल कर सड़क के किनारे जमा कर दिया गया। सफाई के अगले दिन हुई बारिश में किनारे रखा सारा कचरा वापस ड्रेन में चला गया। मंडी की जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होने की वजह से मंडी में जल-जमाव की स्थिति बनी हुई है। क्या कहते हैं सचिव

इस संबंध में सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट कमेटी के सचिव तमाल दास ने बताया कि व्यापारी ही थर्मोकोल के डिब्बे और सड़ा-गला माल ड्रेन में फेंक कर उसे जाम करते हैं। जबकि कचरा फेंकने के लिए निश्चित स्थान के साथ कूड़ेदान की भी व्यवस्था की गई है। नगर निगम के साथ बातचीत की गई है। हाई ड्रेन सफाई कराने की प्रक्रिया शुरु की गई है।

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