कहीं रेगुलेटेड मार्केट फिर ना बन जाए हॉट स्पॉट

-कोरोना प्रोटोकॉल की खुलेआम उड़ रही है धज्जियां -मछली मंडी की स्थिति तो बद से बदतर -

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 07:48 PM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 07:48 PM (IST)
कहीं रेगुलेटेड मार्केट फिर ना बन जाए हॉट स्पॉट
कहीं रेगुलेटेड मार्केट फिर ना बन जाए हॉट स्पॉट

-कोरोना प्रोटोकॉल की खुलेआम उड़ रही है धज्जियां

-मछली मंडी की स्थिति तो बद से बदतर

-जागरूकता के साथ ही लोगों मं गंभीरता की कमी 07

बजे सुबह से मछली मंडी में काम शुरू

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बजे दिन तक होती है खरीद-बिक्री

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साल पहले यहां कोरोना के काफी केस आए थे

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस का दूसरा चरण पहले से ज्यादा अक्रामक दिख रहा है। दार्जिलिंग जिला समेत सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों के नए मामले औसतन रोजाना नए रिकॉर्ड स्थापित कर रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में कोरोना से बचाव के मानकों का पालन राम भरोसे ही है। जबकि बीते वर्ष सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट शहर में कोरोना का हब बना हुआ था। तब इसे हॉट स्पॉट गया था। उसके बाद भी यहां जिस तरह से कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी हो रही है,उससे डर लगता है कि कहीं इस बार भी यह मार्केट हॉट स्पॉट ना बन जाए।

कोरोना का दूसरा स्ट्रैन पहले से अधिक आक्रामक हो चला है। सिलीगुड़ी व आस-पास के इलाके में औसतन तीन सौ ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना की तेज रफ्तार को देखते हुए प्रशासन की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। बेड से लेकर ऑक्सीजन तक की व्यवस्था करने में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व जिला प्रशासन के अधिकारी जुटे हुए हैं। लेकिन कोरोना से बचाव के मानकों का पालन करने में लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही प्रशासन के लिए भी चिंता का कारण बना हुआ है। कोरोना से बचाव के मानकों की धज्जियां सबसे अधिक सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में उडाई जा रही हैं। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट पूर्वोत्तर के लिए कच्चे माल की सबसे बड़ी मंडी है। पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों के साथ पड़ोसी राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न हिस्सों से यहां कच्चे माल की आवक होती है। माल के साथ विभिन्न इलाकों के किसान और ट्रक चालक तथा खलासी भी रोजाना यहां पहुंचते हैं। वहीं खरीदारी के लिए सिलीगुड़ी व आस-पास समेत पूर्वोत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से ग्राहक रोजाना मंडी में हाजिर होते हैं। लेकिन मास्क, सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी का पालन यहां राम भरोसे ही है।

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में पहुंचते ही ऐसा आभास होता है मानो, कोरोना वायरस जैसी कोई महामारी है ही नहीं। बल्कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क, सैनिटाइजर और शारीरिक दूरी जैसे शब्द का कोई मोल ही नहीं है। सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में फल-सब्जी, आलू-प्याज व लहसून और अदरख ब्लॉक में फेस मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग तो नाममात्र का ही हो रहा है। मंडी में शारीरिक दूरी का पालन करवाना किसी चुनौती से कम नहीं है।

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में खासकर मछली मंडी में की स्थिति तो काफी बदतर है। मछली मंडी का व्यापार सुबह 7 से दिन के 12 बजे तक ही होता है। संकरी गलियों के बीच मछली मंडी के स्टॉलो में ग्राहकों का रैला लगने की वजह से कोरोना बचाव के सभी मानकों की धज्जियां उड़ रही है। मछली और पानी का रिश्ता अटूट है। ग्राहक और व्यापारी मछली के जरिए एक दूसरे के संपर्क में तो आते हैं लेकिन मछली के गंदे पानी से भींगे हाथों को सैनिटाइजर करना नागवार गुजरता है। शारीरिक दूरी का आलम तो यह है कि डाक और स्टॉल पर मछली खरीदने के लिए ग्राहक एक दूसरे के शरीर पर चढ़ने को तैयार रहते हैं। अधिकांश का फेस मास्क गले पर इस बाजार में काम करने वाले मजदूरों में जागरूकता का ज्यादा आभाव है। ग्राहक भी इस मामले में कम नहीं है। मास्क लगाने के प्रति गंभीरता तो लोगों मे देखी ही नहीं जा रही है। ऐसे लोगों की संख्या काफी है जो मास्क ठीक से नहीं पहनते। अधिकांश का मास्क गले पर लटकता मिलता है। पुलिस हर जगह पहरा तो नहीं दे सकती। इसलिए यहां के लोगों को ज्यादा जागरूक होने की आवश्यकता है। सिर्फ मास्क ही नहीं सैनिटाइजर का उपयोग भी यहां के लोग काफी कम ही करते हैं। इसके कारण कोरोना का खतरा तो हमेशा बना ही रहता है। लगातार पेट्रोलिंग के बाद भी लाभ नहीं

सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट में कोरोना से बचाव के मानकों का पालन अनिवार्य कराने के लिए प्रधान नगर थाना पुलिस ने व्यापारियों के साथ बैठक कर निर्देश जारी किया है। पुलिस की ओर से पेट्रोलिंग और माइकिंग भी कराई है। प्रशासन की सख्ती के मद्देनजर सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के व्यापारियों ने भी फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य किया है। मछली मंडी व्यापारिक संगठन के रंजीत सिंह ने बताया कि ग्राहकों को फेस मास्क अनिवार्य किया गया है। इसके लिए माइकिंग कराई है। साथ ही दुकान बढ़ाने के बाद मंडी को सैनिटाइज करने की व्यवस्था कराई गई है।

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