तिंगदा लिंगचो में पुल क्षतिग्रस्त,गंगटोक से संपर्क टूटा

संसू.गंगटोक यहां से 18 किलोमीटर दूरी स्थित तिंगदा लिंगचो ग्राम पंचायत इकाई में निíमत पुल के क्षति

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 08:38 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 08:38 PM (IST)
तिंगदा लिंगचो में पुल क्षतिग्रस्त,गंगटोक से संपर्क टूटा
तिंगदा लिंगचो में पुल क्षतिग्रस्त,गंगटोक से संपर्क टूटा

संसू.गंगटोक: यहां से 18 किलोमीटर दूरी स्थित तिंगदा लिंगचो ग्राम पंचायत इकाई में निíमत पुल के क्षतिग्रस्त होने से उक्त क्षेत्र का संपर्क राजधानी गंगटोक से टूट गया है। उत्तर सिक्किम के कवि लुंचोक विधानसभा समष्टि अंतर्गत गैरी गाव वार्ड में निíमत उक्त पुल बहने से स्थानीय लोगों को काफी क्षति हुई है। 5 जून की रात को हुई भारी बारिश से राते नदी में बना उक्त पुल बह गया। इस पुल का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ था। गैरी गाव में ज्यादातर शेरपा समुदाय के लोग रहते हैं। जिनका जीविकोपार्जन कृषि है। यह सडक स्थानीय लोगों के लिए एक जीवन रेखा थी। सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के बाद लोगों को उत्तर सिक्किम के राष्ट्रीय राजमार्ग होकर उत्तर जिला के मुख्यालय मंगन और राजधानी गंगटोक आना पड़ेगा। इस गाव से उत्तर सिक्किम राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचने के लिए करीब डेढ़ घटे की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। अगर इस गाव में कोई आपातकालीन स्थिति आई तो उनको डेढ़ घटा पहाड़ की चढ़ाई करनी होगी।

यहा की स्थिति जानने के लिए पहुंची पत्रकारों की टोली से स्थानीय ग्राम पंचायत सभापति पासाग शेर्पा ने कहा कि यह पुल स्थानीय जनता के लिए एक जीवन रेखा थी। यह सड़क निर्माण कार्य पीएमजीएसवाई के तहत साल 2012 से निर्माण कार्य आरंभ किया गया था। साल 2017 में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद 2018 से यह पुल सुचारु हुआ था। लेकिन करीब तीन साल के अंदर यह चकनाचूर हुआ। उनका कहना है कि यह पुल पानी के कारण कम और यहा हुए भ्रष्टाचार के कारण बहा है। इस पुल का निर्माण करते समय ग्रामीणों ने यहा के अभियंता और ठेकेदार से भी बात किए थे। लेकिन ग्रामीणों की बात किसी ने नहीं सुनी। एक करोड़ 51 लाख 24 हजार रुपये की लागत में निíमत इस पूल ने केवल तीन साल ही सेवा दिया।

मीडिया से बात करते हुए स्थानीय जिला पंचायत सदस्य निमा ह्लामु शेरपा ने कहा कि इस सड़क के अभाव में पहले भी बहुत लोगों ने जान गंवाई है। राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचते-पहुंचते लोगों की जान जाति है। इस सड़क के निर्माण के बाद स्थानीय लोगों को कुछ राहत मिली थी, अब यह भी बंद होगया। स्थानीय एक युवा ने कहा कि अब यहा के लोगों के लिए सरकार को वैकल्पिक रास्ता देख लेना चाहिए। उनकी माग है कि स्थानीय पीएमजीएसवाई सड़क को उत्तर सिक्किम राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने का विकल्प है। सरकार इस माग को जल्द पूरी कर दें।

फोटो 01- क्षतिग्रस्त राते नदी की पुल

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सिक्किम में लाकडाउन की अवधि बढ़ी, अब 14 जून तक रहेगा

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छूट

राशन व साग-सब्जियों व हार्डवेयर की दुकानें सुबह 7 से दोपहर 02 बजे तक खोलने की अनुमति

विभाग प्रमुखों को सभी सरकारी कार्यालय में 30 प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति में कार्य करने की छूट

-जून में 18 वर्ष से 44 वर्ष की उम्र के 65 हजार लोगों को लगेगी वैक्सीन

संसू.गंगटोक: राज्य में जारी संपूर्ण लाकडाउन की अवधि बढ़ाकर 14 जून कर दी गई है। लाकडाउन को चौथी बार बढ़ाया गया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (गोले) की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया है। सम्मान भवन में आयोजित बैठक में राशन और साग-सब्जियों की दुकानें सुबह 7 से दोपहर 02 बजे तक खोलने,हार्डवेयर दुकानों को भी सात से दो बजे तक खोलने की अनुमति है। उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण के लाकडाउन में मदिरा पसलों को खोलने की अनुमति दी गई थी।

इसके अतिरिक्त चौथे चरण में विभाग प्रमुखों को सभी सरकारी कार्यालय 30 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति में संचालन तंत्र तैयार करने की निर्देश दी गई है। बैठक में राज्य सरकार द्वारा जून माह में 18 वर्ष से 44 वर्ष की उम्र के 65 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। इसके लिए राज्य के नामित स्वास्थ्य केंद्रों में जल्द ही टीकाकरण शुरू किया जाएगा। सभा में ब्लैक फंगस की उपचार के लिए एक कोर टीम गठन करने का भी निर्णय लिया गया है।

बैठक राज्य सरकार के मुख्य सचिव एससी गुप्ता ने राज्य में कोविड-19 स्थिति में आई सुधार बारे जानकारी दी। उन्होंने कोरोना जाच प्रक्रिया बढ़ाने के बाद पॉजिटिव मामलों के दर में कमी आई है कहा। मुख्य सचिव ने इस समय कोविड-19 की स्थिति स्थिर है इसकी जानकारी दी। उन्होंने सरकार के द्वारा गत दो महिने से किए गए पहल प्रभावी है कहा। इसके साथ ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. पेंपा टी भूटिया ने कोरोना पॉजिटिव मामले उल्लेखनीय रूप से घट रहे है और रिकवरी रेट में बढ़ोतरी हुई है कहा। सचिव भूटिया ने राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों की स्थिति बारे भी जानकारी दी।

इस उच्च स्तरीय बैठक में एसटीएनएम अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केबी गुरुंग ने अस्पताल में कोविड प्रबंधन की समग्र स्थिति, कोविड-19 प्रबंधन सामूहिक सदस्य कर्मा नामग्याल भूटिया ने राज्य में ऑक्सीजन की उपलब्धता और ऑक्सीजन संयंत्र की जड़ान संबंधित प्रतिवेदन, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव सीएस राव ने कोविड केयर सेंटर और कोविड केयर किट, स्पेशल डीजीपी अक्षय सचदेवा ने राज्य में कानून व्यवस्था विषय में जानकारिया दी। इसी प्रकार पूर्व जिला के जिलापाल रगुल के. ने कोरोना संक्रमित बच्चों को ध्यान में रखते हुए बाल चिकित्सा आईसीयू सुविधा स्थापना करने का सुझाव दिया। बैठक में डीजीपी एसडी नेगी, श्रम विभाग की सचिव नम्रता थापा, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सीपी शर्मा आदि ने अपने सुझाव रखे थे।

फोटो 02- सम्मान भवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक

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भूस्खलन से विभिन्न स्थानों पर भारी नुकसान

तीन वाहन क्षतिग्रस्त,घरों व दुकानों में बारिश का पानी घुसा

भूस्खलन की चपेट में आए कई पोल्ट्री फार्म

संसू.गंगटोक: पिछले कई दिनों से हो रही बारिश शहर के विभिन्न स्थानों पर पानी भर गया घरों व दुकानों में पानी घुसने से काफी सामान क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं राजधानी क्षेत्र से जुड़े बोजोघारी, इंदिरा बाईपास परिसर समेत विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन से बोजोघारी परिसर में तीन वाहनों को क्षति हुई है इसके साथ ही घर और दुकानों के अंदर पानी के साथ ही कीचड़ भरने से भारी नुकसान हुआ है। भूस्खलन ने यहा कुछ लोगों के पोल्ट्री फार्म को भी नष्ट कर दिया है। भाग्यवस लोगों की जान सुरक्षित है। जानकारी के मुताबिक यहा के सोनाम ग्याछो भूटिया का घर भूस्खलन से क्षति हुई है। इसके साथ ही स्थानीय पेंपा तामाग की 120 मुíगया भूस्खलन में दब गई। राजधानी परिसर स्थित गोंजाग भूस्खलन की चपेट में बौद्ध मठ परिसर व एक गैरिज भी आया। भूस्खलन होने की मुख्य वजह पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होना व नालियों में भरा कूड़ा कचरा। नाली में भरे कूड़े के कारण भी सड़क परिसर में भूस्खलन हुई है। भूस्खलन क्षेत्र में राज्य के संबंधित विभाग के अधिकारी भी जायजा लेने पहुंचे थे।

फोटो 03- भूस्खलन से क्षतिग्रस्त घर

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