बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन
-धर्म के नाम पर उन्माद फैलाना सही नहीं -दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जागरण
-धर्म के नाम पर उन्माद फैलाना सही नहीं
-दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया एसएफआई के दार्जिलिंग जिला कमेटी की ओर से बांग्लादेश में असामाजिक तत्वों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय पर किये गये हमले को लेकर प्रदर्शन किया गया। सिलीगुड़ी बाघाजतिन पार्क के समक्ष विरोध प्रदर्शन हुआ। इसमें एसएफआई के दार्जिलिंग जिला कमेटी के कार्यकर्ता व नेतागण शामिल रहे। विरोध प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ, वह अच्छा नहीं हुआ। वहां कुछ लोगों ने दुर्गोत्सव के दौरान जमकर अशांति फैलाई। इस घटना का कतई समर्थन नहीं किया जा सकता है। अशांति फैलाने वालों का कोई धर्म नहीं होता है। एसएफआई के दार्जिलिंग जिला कमेटी के सचिव अंकित दे ने कहा कि जब भारत में अल्पसंख्यकों पर हमला हुआ था तब भी एसएफआई ने आवाज बुलंद की थी और जब आज बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ है तब भी हम विरोध जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी देश संविधान से चलता है। धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने वालों को बख्सा नहीं जाना चाहिए। बांग्लादेश में अशांति पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि कानून से बढ़कर कुछ नहीं होता है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हुए हिसा की आड़ में भारत में कुछ लोग जवाब के तौर पर धार्मिक उन्माद को भड़काने की चेष्टा कर रहे हैं। यह सही नहीं है। इनका मकसद एकमात्र अपना स्वार्थ साधना है। समाज को ऐसे स्वार्थी तत्वों से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले समय में बांग्लादेश की सरकार असामाजिक तत्वों पर लगाम लगायेगी तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।