स्कूल बंद कराने वाले लौटे बैरंग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शुक्रवार 12 फरवरी को एक ओर जहां नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शुक्रवार 12 फरवरी को एक ओर जहां नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने का दिन था वहीं माकपा समर्थित छात्र संगठन एसएफआई की ओर से आहूत छात्र हड़ताल का भी दिन था। उसी के मद्देनजर दल-बल के साथ झंडे ले कर नारेबाजी करते हुए एसएफआई सदस्य सिलीगुड़ी गर्ल्स हाईस्कूल को बंद कराने पहुंचे। बस, वहां की प्रधानाध्यापिका अत्तुघ्या बाग्ची ने उन प्रदर्शनकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए स्कूल से निकाल बाहर कर दिया। एसएफआई के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष सागर शर्मा ने इस पर गहरा रोष जताते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के दल दास के रूप में जैसे पुलिस ने कोलकाता में आंदोलनकारी छात्रों-युवाओं पर लाठी चार्ज किया वैसे ही दलदास जैसा रवैया यहां की प्रधानाध्यापिका ने बरता है। यह अपेक्षित नहीं था। --------------- जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शुक्रवार 12 फरवरी को एक ओर जहां नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने का दिन था वहीं माकपा समर्थित छात्र संगठन एसएफआई की ओर से आहूत छात्र हड़ताल का भी दिन था। उसी के मद्देनजर दल-बल के साथ झंडे ले कर नारेबाजी करते हुए एसएफआई सदस्य सिलीगुड़ी गर्ल्स हाईस्कूल को बंद कराने पहुंचे। बस, वहां की प्रधानाध्यापिका अत्तुघ्या बाग्ची ने उन प्रदर्शनकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए स्कूल से निकाल बाहर कर दिया। एसएफआई के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष सागर शर्मा ने इस पर गहरा रोष जताते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के दल दास के रूप में जैसे पुलिस ने कोलकाता में आंदोलनकारी छात्रों-युवाओं पर लाठी चार्ज किया वैसे ही दलदास जैसा रवैया यहां की प्रधानाध्यापिका ने बरता है। यह अपेक्षित नहीं था।