स्कूल बैग की जांच हुई तो निकली तेंदुए की खाल, जानिए पूरा मामला

वन विभाग के अधिकारियों ने स्कूल बैग की जांच की तो उसमें से करीब दस फीट लंबे तेंदुए की खाल मिली। खाल स्कूल बैग में कैसे आई, इसका क्या होता, पढ़िए पूरी खबर....।

By Rajesh PatelEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 01:19 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 01:19 PM (IST)
स्कूल बैग की जांच हुई तो निकली तेंदुए की खाल, जानिए पूरा मामला
स्कूल बैग की जांच हुई तो निकली तेंदुए की खाल, जानिए पूरा मामला
 सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। एक स्थान पर खड़े पांच युवकों के स्कूल बैग की जांच की गई तो इनमें से एक में तेंदुए की खाल मिली। यह देखकर जांच करने वाले भौंचक रह गए। तेंदुए की खाल की तस्करी का सनसनीखेज खुलासा जलपाईगुड़ी जिले के गाजलडोबा के पास तिस्ता बैराज के करीब हुआ। इस मामले में पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया है। 

तेंदुए की खाल के साथ गिरफ्तार युवक।
    बेलाकोबा रेंज के रेंजर संजय दत्त ने बताया कि उनको सूचना मिली कि तेंदुए की खाल की खरीद-बिक्री के लिए कुछ लोग रविवार को तीस्ता बैराज के पास जुटे हैं। रविवार को दिन में करीब तीन बजे उनके नेतृत्व ने एक टीम ने वहां पर जाकर जांच-पड़ताल शुरू की तो छह लोग आपस में धीरे-धीरे बात करते मिले। वहां पर एक अपाची बाइक डब्ल्यूबी 70-सी 1743 भी खड़ी थी।
     वन विभाग की टीम को देखते ही अपाची से एक युवक भाग निकला। शेष पांच की तलाशी ली गई तो इनके बैग से करीब दस फीट लंबी खाल मिली। यह खाल तेंदुए की थी। खाल से संबंधित वैध कागजात दिखाने को कहा गया तो सभी चुप रह गए। इसके बाद इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।
     पूछताछ में एक ने अपने को नागराकाटा थाना क्षेत्र निवासी विकास राय, दूसरे ने मालबाजार थाना क्षेत्र निवासी रंजीत महंता, तीसरे ने मालबाजार थाना क्षेत्र निवासी संजय अधिकारी, चौथे ने मालबाजा थाना क्षेत्र निवासी मोहन मुंडा तथा पांचवें ने नागराकाटा थाना क्षेत्र निवासी किशन तमांग बताया। अपाची से जो फरार हो गया, वह नागराकाटा थाना क्षेत्र का सुखराम उरांव था। इन सभी ने स्वीकार किया कि वे तेंदुए की खाल को बेचने का सौदा कर रहे थे। 
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