मां भवानी काली मंदिर

विधान मार्केट स्थित मां भवानी काली मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। मंदिर में प्र

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:53 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:53 PM (IST)
मां भवानी काली मंदिर
मां भवानी काली मंदिर

विधान मार्केट स्थित मां भवानी काली मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। सावन महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

मंदिर का इतिहास: मंदिर की स्थापना वर्ष 1959 में की गई थी। उसी समय मंदिर में शिवलिंग स्थापित किया गया था। मां काली की प्रतिमा जयपुर से मंगाई गई थी। बासंतिक नवरात्र के मौके पर मंदिर की स्थापना की गई थी।

मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। सावन महीने में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। खासकर सोमवार के दिन। मंदिर की ओर से श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसकी विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर में अन्य देवी-देवता भी स्थापित किए गए हैं।

पंडित विनय गोस्वामी मंदिर शहर के बीचों-बीच स्थित है। मंदिर के दर्शन के लिए रिक्शा,बस, गाड़ी किसी भी साधन के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। -------------------- विधान मार्केट स्थित मां भवानी काली मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। सावन महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

मंदिर का इतिहास: मंदिर की स्थापना वर्ष 1959 में की गई थी। उसी समय मंदिर में शिवलिंग स्थापित किया गया था। मां काली की प्रतिमा जयपुर से मंगाई गई थी। बासंतिक नवरात्र के मौके पर मंदिर की स्थापना की गई थी।

मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। सावन महीने में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। खासकर सोमवार के दिन। मंदिर की ओर से श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसकी विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर में अन्य देवी-देवता भी स्थापित किए गए हैं।

पंडित विनय गोस्वामी

मंदिर शहर के बीचों-बीच स्थित है। मंदिर के दर्शन के लिए रिक्शा,बस, गाड़ी किसी भी साधन के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।

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