श्री श्री पंचदेव मंदिर
सावन महीने में श्री श्री पंचवेद मंदिर गंगानगर में प्रतिदिन जलाभिषेक किया जा रहा है। श्रद्धालुओं
सावन महीने में श्री श्री पंचवेद मंदिर, गंगानगर में प्रतिदिन जलाभिषेक किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के द्वारा भी मंदिर की देखभाल की जाती है।
मंदिर का इतिहास: मंदिर की स्थापना वर्ष 2014 में की गई थी। राजस्थान से शिव परिवार, राम दरबार, पंचमुखी बालाजी, राधा गोविंद, देवी दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं को मंगाया गया था। पंडित ब्रजेश पाठक के द्वारा मंदिर की स्थापना कर पूजा पाठ की गई थी। इस समय भक्त भोला दास के द्वारा मंदिर में पूजा-पाठ की जा रही है। बहुत वर्ष पहले ये जमीन किसी मारवाड़ी ने खरीदी थी। किंतु इस जमीन का जब दुरुपयोग होने लगा तो यहां पर पीपल के पेड़ के नीचे मंदिर की स्थापना करने का निर्णय लिया गया ताकि साफ-सुथरा वातावरण तैयार हो सके।
विकास साह, व्यवस्थापक
मंदिर जाने का मार्ग: मंदिर जंक्शन से लगभग चार किलोमीटर और पी सी मित्तल बस स्टैंड से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। टैक्सी, ई रिक्शा या फिर सिटी ऑटों के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
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सावन महीने में श्री श्री पंचवेद मंदिर, गंगानगर में प्रतिदिन जलाभिषेक किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के द्वारा भी मंदिर की देखभाल की जाती है।
मंदिर का इतिहास: मंदिर की स्थापना वर्ष 2014 में की गई थी। राजस्थान से शिव परिवार, राम दरबार, पंचमुखी बालाजी, राधा गोविंद, देवी दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं को मंगाया गया था। पंडित ब्रजेश पाठक के द्वारा मंदिर की स्थापना कर पूजा पाठ की गई थी। इस समय भक्त भोला दास के द्वारा मंदिर में पूजा-पाठ की जा रही है। बहुत वर्ष पहले ये जमीन किसी मारवाड़ी ने खरीदी थी। किंतु इस जमीन का जब दुरुपयोग होने लगा तो यहां पर पीपल के पेड़ के नीचे मंदिर की स्थापना करने का निर्णय लिया गया ताकि साफ-सुथरा वातावरण तैयार हो सके।
विकास साह, व्यवस्थापक
मंदिर जाने का मार्ग: मंदिर जंक्शन से लगभग चार किलोमीटर और पी सी मित्तल बस स्टैंड से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। टैक्सी, ई रिक्शा या फिर सिटी ऑटों के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।