आ रहा है गर्मी का मौसम, धूप और धूल से बचाएं अपनी आंखों को

गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी धूप और धूल से होती है। इससे शरीर का जो अहम अंग प्रभावित होगा है वह है आंखें। इन आंखों की सुरक्षा के लिए डॉक्टर ने बताए उपाय...।

By Rajesh PatelEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 12:01 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 12:01 PM (IST)
आ रहा है गर्मी का मौसम, धूप और धूल से बचाएं अपनी आंखों को
आ रहा है गर्मी का मौसम, धूप और धूल से बचाएं अपनी आंखों को

सिलीगुड़ी [जागरण स्पेशल]। गर्मी का मौसम आनेवाला है। इसके साथ ही धूप और धूल की मार आपकी आंखों पर पड़ेगी। ऐसे में जरा भी लापरवाही आंखों के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है। आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में अपनी आंखों की सुरक्षा...।

डॉ. शिवकुमार अग्रवाल, नेत्र रोग विशेषज्ञ।
   सिलीगुड़ी में प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शिवकुमार अग्रवाल ने कहा कि ‘आंखों पर बहुत अधिक पराबैंगनी किरणें पड़ने से मोतियाबिंद, रेटिना में क्षति और आंखों की कई अन्य समस्याएं हो सकती हैं। गर्मियों के लिए वैसे चश्मे आदर्श हैं, जिनमें फ्रेम पर एक चादर चढ़ी हो, ताकि आपकी आंखों का धूप और धूल आदि से बचाव हो सके। अगर आप पानी में खेले जाने वाले खेलों का आनंद लेना चाहते हैं तो आप अच्छी गुणवत्ता वाले धूप के चश्मे खरीदें।
     डॉ. अग्रवाल की सलाह है कि यदि आप नियमित रूप से तैराकी करते हैं तो उस दौरान चश्मे जरूर पहनें। गर्मियों में, स्विमिंग पूल के पानी को सुरक्षित बनाये रखने के लिए उसमें क्लोरीन तथा अन्य रसायनों की अधिक मात्रा डाली जाती है, जिससे आंखों से पानी आने और जलन होने की समस्या हो सकती है। इसलिए पूल से बाहर आने के बाद अपनी आंखों को साफ पानी से धो लें। गर्मियों में न सिर्फ आपकी त्वचा में सूखापन आता है, बल्कि आपकी आंखों में भी सूखापन आता है। इसलिए गर्मियों के मौसम में आंखों में चिकनाई वाले आई ड्रॉप डालना बेहतर रहता है। आप अपने नेत्र चिकित्सक से आंखों को सुरक्षित रखने वाले आई ड्रॉप के बारे में सलाह ले सकते हैं।
  डॉ. अग्रवाल ने बताया कि इस मौसम में तापमान और प्रदूषण के बढ़ने के कारण व्यक्ति (विशेषकर बच्चों) को आंखों की एलर्जी के प्रति संवेदनशील बना देता है, जिससे आंखों में खुजली और लालीपन के साथ जलन हो सकती है। इनसे बचने के लिए रोजाना अपनी आंखों को ठंडे पानी से दो बार धोएं। आंखों को रगड़े नहीं, धूल वाली जगहों से दूर रहें, सुरक्षात्मक चश्मे पहनें और नेत्र विशेषज्ञ के परामर्श के अनुसार आंखों में आई ड्रॉप डालें। 

स्टाइज
आंखों की पलकों में जीवाणु संक्रमण होने पर सूजन, लाली और दर्द होता है। अगर आपकी आंखों में स्टाई हो तो आंखों की गर्म सिकाई, दर्दनिवारक दवाइयां और एंटीबायोटिक के साथ आंखों की स्वच्छता का भी ध्यान रखें।
ड्राई आई
गर्मियों के महीनों में तापमान के बढ़ने और आंसू के तेजी से वाष्पीकृत होने के कारण ड्राई आईज सिंड्रोम की समस्या आम है। अपनी आंखों को अक्सर धोते रहें और आराम के लिए आंखों में चिकनाई बनाये रखने वाले आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें। 
कंजक्टिवाइटिस
कंजक्टिवाइटिस गर्मियों में होने वाली आंखों की आम समस्या है। इसमें आंखों में लाली, चुभन और आंखों से पानी आने जैसी समस्या हो सकती है। इसका तत्काल इलाज किया जाना चाहिए। इससे दूसरे व्यक्ति में इस संक्रमण के प्रसार को रोकने और आंखों की स्थिति खराब होने से सुरक्षा मिलती है। अपनी आंखों को साफ पानी से धोकर उसकी स्वच्छता को बनाए रखें। किसी अन्य व्यक्ति के रुमाल या तौलिये का इस्तेमाल न करें और कंजक्टिवाइटिस होने पर पहले दो दिन लोगों के संपर्क में कम रहें, क्योंकि शुरुआती दो दिनों में यह आसानी से फैलता है। चिकित्सीय निगरानी में एंटीबायोटिक आई ड्रॉप और आंखों के मलहम का इस्तेमाल करें।

सावधानियां
यदि आपको दिन भर धूप में रहना पड़ा हो और अगले दिन सुबह जागने पर आंखों में लाली या दर्द हो तो आंखों में चिकनाई वाले आई ड्रॉप डालें। छह से आठ घंटों की आरामदायक नींद आपकी आंखों को प्राकृतिक तरीके से तरोताजा रखने में मदद करती है।   आपको धूप में जाना हो तो काले चश्मे पहन लें। जब आप काले चश्मे का चुनाव कर रहे हों तो यह सुनिश्चित कर लें कि वह आंखों को पराबैंगनी किरणों से शत-प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करें। निम्न गुणवत्ता वाले चश्मे पहनने से पुतली फैल सकती है, जिससे आंखों में अधिक मात्रा में हानिकारक पराबैंगनी किरणें प्रवेश कर उन्हें नुकसान पहुंचा सकती हैं।

 

यदि आप तैराकी कर रहे हों तो क्लोरीन से होने वाली एलर्जी और स्विमिंग पूल कंजक्टिवाइटिस से बचने के लिए चश्मे पहनें। जब आप एयरकंडीशन वाले कमरे में बैठे हों तो यह ध्यान रखें कि उससे निकलने वाली हवा आपकी आंखों में सीधे न पहुंचे। यह आंखों में सूखापन और संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है। 

chat bot
आपका साथी