पहाड़ों की रानी में लौट रही रौनक
-पूजा व दशहरा के अवसर पर भारी तादाद में नजर आए पर्यटक -पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे पर आने लगी मुस्
-पूजा व दशहरा के अवसर पर भारी तादाद में नजर आए पर्यटक
-पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे पर आने लगी मुस्कराहट
-होटल व्यवसायियों के साथ घोड़ा मालिक खुश, पर्यटकों के हिसाब से वाहनों की किल्लत
----------
संवाद सूत्र,दार्जिलिंग: दार्जिलिंग की पुरानी गरिमा लौटने लगी है। पहले अप्रैल और अक्टूबर माह में यहां भारी तादाद में पर्यटक नजर आते थे। वर्ष 2017 में हुए आदोलन के बाद से पर्यटन व्यवसाय में काफी उतार-चढ़ाव होना शुरू होने लगा, फिर महामारी की वजह से वर्ष 2020 तक पर्यटन क्षेत्र शून्य की स्थिति में पहुंच गया। मगर इस वर्ष पूजा,दशहरा व फूलपाती के दौरान यहां भारी तादाद में पर्यटक आए जिससे यहा के पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी सभी व्यवसाय में खुशी की लहर है। पिछले 1 हफ्ते से यहा कोई भी होटल खाली नहीं है। यहां बहुतायत में लोग लीज पर होटल लेकर व्यवसाय करते हैं। मगर आंदोलन व महामारी के कारण व्यवसाय ठप सा हो गया था। अब होटल व्यवसाय के व्यवसायी भी काफी खुशी हैं।
कपड़ा व्यापारी ने कहा कि पिछले चार वर्ष स्टाफ को वेतन देने लायक भी राशि नहीं जुटा पा रहे थे मगर इस वर्ष व्यवसाय की स्थिति ठीक है उन्हें आशा की किरण दिखने लगी है। यहा के लोकल व्यवसाय भी काफी खुश है बोनस मिलने से स्थानीय व्यवसायियों का कारोबार बेहतर ढंग से हो रहा है। घोड़ा व्यवसाय से जुड़े घोड़ा मालिक ने बताया कि पिछले 4 साल से हम घर के पैसे से घोड़े को दाना खिला रहे थे यह व्यवसाय छोड़ने का नौबत आ गया था परंतु इस साल के बिजनेस से नया ऊर्जा संचार हुआ है । लेकिन एक फोटोग्राफर ने बताया कि मैं पिछले 30 साल से चौरास्ता में फोटोग्राफी कर रहा हूं इस साल काफी अच्छा सीजन लगा है परंतु हमारा काम नहीं चल रहा है लोग अपने मोबाइल से ही फोटो खींच रहे हैं हमसे कोई फोटो नहीं खिंचवा रहा है इस कारण हमारा बिज़नेस चौपट हो गया है हम दूसरा काम भी नहीं कर सकते इसलिए हमारा गुजारा चलना भी मुश्किल हो गया है । पर्यटकों का आवागमन इतना अधिक होना शुरू हुआ कि उस हिसाब से वाहन की कमी होने लगी है।
------------
चित्र परिचय: दार्जिलिंग शहर स्थित चौरास्ता में कुछ यूं दिखी पर्यटकों की चहल-पहल।
-----------------