हर शनिवार को पारंपरिक पोशाक पहनने के फरमान को स्थगित करे सरकार

महामारी से लगे लाकडाउन महंगाई व आय के स्त्रोत घटने के मद्देनजर शिक्षा विभाग स्थिति सामान्य होने तक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:29 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:29 PM (IST)
हर शनिवार को पारंपरिक पोशाक पहनने के फरमान को स्थगित करे सरकार
हर शनिवार को पारंपरिक पोशाक पहनने के फरमान को स्थगित करे सरकार

महामारी से लगे लाकडाउन, महंगाई व आय के स्त्रोत घटने के मद्देनजर शिक्षा विभाग स्थिति सामान्य होने तक अधिसूचना का क्रियान्वयन रोक: एसपीवाईएफ

संसू.गंगटोक: सिक्किम सरकार के शिक्षा विभाग ने हर शनिवार को पारंपरिक पोशाक पहनना अनिवार्य कर दिया है। इस संबंध में अधिसूचना भी जारी हुई है। उक्त अधिसूचना को सिक्किम प्रगतिशील युवा फोरम (एसपीवाईएफ) ने महामारी के कारण लागू लाकडाउन व महंगाई के मद्देनजर अभी लागू न करके स्थिति सामान्य होने पर लागू करने को कहा है। इस संबंध में एसपीवाईएफ द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि कोरोना जैसी महामारी के कारण में लोगों की आमदनी घट गई है, खासतौर से रोज कमाने व खाने वालों की जीवनशैली पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। निजी स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों की फीस जमा करना भी मुश्किल हो गया है। महामारी और मूल्य वृद्धि के दोहरी मार से लड़ने के लिए लोग कितनी कठिनाई में गुजर बसर कर रहे हैं शायद राज्य सरकार इस बात से अनभिज्ञ है।

फोरम ने राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना को तुरंत वापस लेने व सामान्य स्थिति बहाल होने तक इसे लागू न करने का अनुरोध किया है। यदि सरकार इसे लागू करने के लिए अडिग है तो पोशाक का खर्च सरकार वहन करे। इस महामारी में लोगों की अन्य जरूरतें है, जहा लोगों को सरकार के समर्थन की सख्त जरूरत है। इस कठिन समय में लोगों पर अतिरिक्त अनावश्यक आíथक बोझ असहनीय है। एसपीवाईएफ ने सामान्य स्थिति लौटने पर यह अधिसूचना लाने की अपील की है।

शिक्षा विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के के संबंध में सिक्किम प्रगतिशील युवा फोरम (एसपीवाईएफ) ने कहा है कि अधिसूचना से ज्ञात होता है कि सिक्किम राज्य के लोग जिन समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं उससे राज्य सरकार अनजान है। राज्य में गैजेट्स की कमी, इंटरनेट की खराब कनेक्टिविटी, शिक्षकों की कमी, शिक्षकों को आनलाइन कक्षाएं संचालन करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और संसाधन की कमी होने से कोई कक्षा नियमित रूप से नहीं चल रही है। सरकारी स्कूलों के छात्रों ने एक साल में ऑनलाइन क्लास के नाम पर कुछ भी नहीं सीखा है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति और भी बदतर है।

फोटो 01- लोगो एसपीवाईएफ

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