पॉलीथिन रोक पर नहीं ध्यान, कैसे हो निदान

-नालियों के जाम में पॉलीथिन बन रहे सहायक -प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन का एक ही राग सभ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 12:46 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 12:46 PM (IST)
पॉलीथिन रोक पर नहीं ध्यान, कैसे हो निदान
पॉलीथिन रोक पर नहीं ध्यान, कैसे हो निदान

-नालियों के जाम में पॉलीथिन बन रहे सहायक

-प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन का एक ही राग सभी का सहयोग जरुरी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम में पॉलीथीन पर प्रतिबंध का फरमान फाइलों में ही कैद होकर रह गया। न तो प्रशासन को इस आदेश के अनुपालन का ध्यान है, न ही अन्य को। नतीजन,पॉलीथीन आज भी बाजार में छाया हुआ है। लोग खुलेआम पॉलीथीन का उपयोग कर रहे हैं। जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए भी बेफिक्र है। इसको लेकर विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस इसको मुद्दा बनाकर आंदोलन प्रारंभ किया था। विधानसभा चुनाव पूर्व एक बार फिर इसको लेकर आंदोलन किए जाने की बात सामने आ रही है। पॉलीथिन का प्रभाव को देखते हुए इसको लेकर सत्ता पक्ष हो विपक्ष दोनों पशोपेश में है। पर्यावरण पर पड़ रहे दुष्प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार की कार्रवाई के बाद भले ही पॉलीथीन पर रोक लगाई गई हो, लेकिन यहा पर सब कुछ कागजों में कैद है। न तो प्रशासन को इसकी फिक्र है,न ही जिम्मेदारों को। नतीजन लोग पॉलीथीन का लोगों को बताना चाहिए कि पॉलीथीन का प्रयोग सही नहीं है, इसे बंद किया जाय। जब तक लोग खुद नहीं चेतेंगे, तब तक स्थितिया ज्यों की त्यों बनी रहेंगी। दुष्प्रभाव जानते हुए भी उसका उपयोग कर रहे हैं। कोई पॉलीथीन में गृहस्थी का सामान ला रहा है तो कोई कुछ सब्जी। इसके बाद पॉलीथीन में घर का कूड़ा भरकर लोग उसे बाहर फेंक दे रहे हैं। जिसके कारण पॉलीथीन का कूड़ा मोहल्लों में डंप हो रहा है। इसके अलावा डंपिंग ग्राउंड को लेकर भी लगातार राजनीति होती रही। यहां फेंके गये कचड़ा खाकर जहा जानवर मर रहे हैं, वहीं पर जगह-जगह कूड़ा बिखरा रहता है। यही नहीं पॉलीथिन को जलाने से भी नहीं लोग चूक रहे हैं। जिसके कारण पर्यावरण में विषैली गैसें फैलती है। जो मानव जीवन के लिए नुकसानदायक है। इसके अलावा नालिया भी जाम रहती है। सब कुछ होते हुए भी पॉलीथिन के प्रयोग को लेकर हर कोई बेफिक्र है। नगर निगम के मेयर का कहना है कि इसको लेकर सभी को सहयोग देना होगा। शुरू में तो अभियान चला था, जिसका असर भी दिखा था। लोग कपड़े का थैला लेकर चलने लगे थे। धीरे-धीरे लोग पुराने ढर्रे पर आ गए हैं। इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी