ठगी मामले में जांच जारी

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी पहाड़ के दबंग गोजमुमो नेता विमल गुरुंग के नाम पर शिक्षण संस्थान से

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 11:07 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:07 PM (IST)
ठगी मामले में जांच जारी
ठगी मामले में जांच जारी

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पहाड़ के दबंग गोजमुमो नेता विमल गुरुंग के नाम पर शिक्षण संस्थान से लाखों रुपये की ठगी मामले में पुलिस जांच जारी है। पुलिस पैसे बरामद करने की कोशिश में लगी है। लेकिन इसमें पुलिस को अभी कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है। जबकि रिमांड पर दोनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

यहां बता दें कि ठगी करने वाले दोनों आरोपितों को सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने दस दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया है,लेकिन ठगी की रकम अभी तक पुलिस बरामद नहीं कर सकी है। इसके साथ ही पूछताछ मे गिरफ्तार आरोपितों के कई और गुनाह एक-एक कर सामने आ रहे हैं। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है। यहां बताते चलें कि सरकारी व पुलिस अधिकारी के बाद पहाड़ के दबंग राजनेता विमल गुरुंग के नाम पर ठगी का मामला सामने आने से पहाड़ समेत सिलीगुड़ी शहर मे खलबली मची हुई है। बीते 10 जुलाई को आरोपित दीपेश त्रिखत्री ने खुद को गोजमुमो नेता विमल गुरुंग का पीए बताकर सिलीगुड़ी से सटे दागापुर स्थित एक लॉं कॉलेज के प्राचार्य संजय भट्टाचार्य को फोन किया और कोरोना के इस काल में सामाजिक कार्यो के लिए पार्टी फंड मे एक लाख रुपए जमा कराने को कहा। दबंग नेता के इस प्रस्ताव को प्राचार्य टाल न सके और 10 जुलाई को ही उन्होंने संस्थान के बैंक खाते से एक लाख रुपया ठगों द्वारा उपलब्ध कराए बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रासफर कर दिया। एक लाख मिलने के अगले ही दिन ठगों ने और दो लाख की माग की। इसके बाद प्राचार्य संजय भट्टाचार्य को संदेह हुआ और उन्होंने 12 जुलाई को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होते ही साइबर क्राइम पुलिस ने मोबाइल नंबर और बैंक खाते को ट्रैक किया। उसके बाद मंगलवार को दीपेश त्रिखत्री और तारा परियार को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपितों के पास से पुलिस ने मोबाइल फोन, बैंक खाता और एटीएम भी जब्त किया। डीडी के मुताबिक शिक्षण संस्थान से ऑनलाइन ट्रासफर एक लाख रुपया आरोपित तारा परियार के खाते में पहुंचा था। दोनों आरोपितों को लेकर डीडी की टीम मंगलवार की रात सिलीगुड़ी पहुंची। बुधवार आरोपितों को सिलीगुड़ी अदालत मे पेश किया गया और अदालत ने मामले की जाच व आरोपितों से पूछताछ के लिए सात दिन के रिमाड पर डीडी को सौंप दिया।

विनय तमांग के नाम पर भी उगाही

डीडी से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित दीपेश त्रिखत्री और तारा परियार वर्ष 2018 के 22 दिसंबर को तत्कालीन गोर्खा क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) चेयरमैन विनय तमाग के नाम का सहारा लेकर एक व्यापारी से लाखों की उगाही की थी। बल्कि पुलिस इनके कारनामो कि तलाश मे कालिंपोंग, दाíजलिंग समेत जलपाईगुड़ी और उत्तर बंगाल के सभी जिला पुलिस से संपर्क साध रही है। डीडी से मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के शिक्षण संस्थान से ली गई एक लाख रुपए की फिलहाल बरामदगी नहीं हुई है। आरोपितों से सख्ती से पूछताछ कर रकम बरामद करने की कवायद तेज की गई है।

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