नवजात की मौत के बाद हंगामा

-फांसीदेवा अस्पताल में एक ही दिन में दो रोगियों की मौत - परिजनों ने डॉक्टरों व कर्मचारियों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 06:47 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 06:47 PM (IST)
नवजात की मौत के बाद हंगामा
नवजात की मौत के बाद हंगामा

-फांसीदेवा अस्पताल में एक ही दिन में दो रोगियों की मौत

- परिजनों ने डॉक्टरों व कर्मचारियों का किया घेराव

- चिकित्सा में लापरवाही का लगाया आरोप

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी सब डिवीजन के अधीन फासीदेवा के ग्रामीण अस्पताल में एक नवजात की मौत के बाद बवाल मच गया। परिजनों ने चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों का घेराव किया। इसके अलावा फांसीदेवा ग्रामीण अस्पताल में एक ही दिन दो रोगियों की मौत हुई है। इसके कारण लोगों में रोष ज्यादा था। बाद में पूरे मामले की जांच के आश्वासन के अस्पताल में स्थिति सामान्य हुई। ऐसे दोनों ही मामलों में रोगियों के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।

मिली जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार रात को फासीदेवा के दासपाड़ा की रहने वाली 28 वर्षीय महिला सिउली साहा को प्रसव पीड़ा के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे डॉक्टरों ने बेहतर चिकित्सा के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया। रात में ही महिला को मेडिकल कॉलेज ले जाने की तैयारी शुरू हुई। महिला ने अस्पताल जाने के क्रम में एंबुलेंस में ही मृत बच्चे को जन्म दिया। महिला के परिजनों का आरोप है कि बहुत ही गंभीर परिस्थिति में ग्रामीण अस्पताल से उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया। उस समय महिला प्रसव की स्थिति में थी। उसके बाद भी चिकित्सकों ने यहा प्रसव नहीं कराकर महिला को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। महिला की सास नमिता साहा का आरोप है कि एंबुलेंस में ले जाने के लिए अस्पताल में स्ट्रेचर तक की व्यवस्था नहीं थी। पैदल ही गर्भवती महिला को किसी तरह से एंबुलेंस में सवार कराया गया। जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। उसने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया। इस घटना के बाद रोगी के परिजन वापस अस्पताल परिसर पहुंचे। शुक्रवार को वहा के चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों का घेराव किया। यह लोग काफी देर तक विरोध प्रदर्शन करते रहे। इसके अलावा ग्रामीण अस्पताल में नारायण राय नामक एक 55 वर्षीय मरीज की भी मौत की खबर है। उसके भी परिजनों का कहना है कि चिकित्सा के अभाव में उसकी मृत्यु हुई है। 55 वर्षीय नारायण राय को अस्पताल के ओपीडी में चिकित्सा कराने आया था। आरोप है कि ओपीडी में काफी देर तक चिकित्सक देखने नहीं आए। ओपीडी में ही उसकी मौत हो गई। जबकि चिकित्सकों का कहना है कि हार्ट अटैक के कारण रोगी की मौत हुई है। दूसरी ओर फांसीदेवा ब्लॉक चिकित्सा पदाधिकारी अरुणाभ दास का कहना है कि पूरे मामले की जाच की जा रही है। हंगामे के कारण कुछ देर तक अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा।

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