जीवित पैंगोलिन और छाल के साथ तीन पकड़ाए

- वन विभाग की टीम ने गाजलडोबा से पकड़ानेपाल तस्करी की थी योजना जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 11:24 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 11:24 PM (IST)
जीवित पैंगोलिन और छाल के साथ तीन पकड़ाए
जीवित पैंगोलिन और छाल के साथ तीन पकड़ाए

- वन विभाग की टीम ने गाजलडोबा से पकड़ा,नेपाल तस्करी की थी योजना

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : विलुप्तप्राय प्रजाति के पैंगोलिन तस्करी के आरोप में बैकुंठपुर फॉरेस्ट डिवीजन के शालूगाडा रेंज की टीम ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक जीवित पैंगोलिन और भारी मात्रा में पैंगोलिन का खाल भी बरामद हुआ है। आरोपितों को शुक्रवार जलपाईगुड़ी अदालत में पेश कर दिया गया है। जबकि शालूगाड़ा रेंज ने मामले की जाच शुरु कर दी है।

गुप्त सूचना के आधार पर इस रेंज के रेंजर संजय दत्त के नेतृत्व में वन विभाग की एक टीम ने बीते गुरुवार दोपहर सिलीगुड़ी के निकट जलपाईगुड़ी जिला अंतर्गत गाजलडोबा इलाके में घात लगाया। देर शाम एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग गाजलडोबा पहुंचे। इसके बाद कुछ और लोग वहा पहुंचे। पहले से घात लगाकर बैठी वन विभाग की टीम ने धावा बोला और मोटर साइकिल समेत तीन युवकों को गिरफ्तार करने में सफल हुई। जबकि कतस्कर गिरोह के कई लोग भागने में सफल रहे। आरोपितों के नाम सुनील उराव (33), मिजानुर मंडल (25) और अमजद हुसैन (24) बताया गया है। आरोपितों में शामिल सुनील उराव जलपाईगुड़ी जिले के माल बाजार थाना अंतर्गत गुरजंगझोड़ा, मिजानुर रहमान चक मौलानी के अदाबाड़ी और अमजद हुसैन लाटागुड़ी के माझाबाड़ी का निवासी बताया गया है।

कहां-कहां है मांग

वन विभाग की मानें तो जीवित पैंगोलिन और छाल की पड़ोसी देश नेपाल तस्करी करने की योजना थी। विशेषज्ञों की माने तो चीन, वियतनाम जैसे देशों में पैंगोलिन की माग काफी अधिक है। पैंगोलिन का मास राजशाही भोजन और उसकी छाल से चर्मरोग व यौन रोगों की दवाइया बनाई जाती है। किन घाराओं में मामला दर्ज

आरोपित को वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट- 1972 की धारा 9, 39, 44, 48 ए, 49, 49 ए, 49 बी, 50 के तहत गिरफ्तार कर शुक्रवार जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया।

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