लाखों रुपये लुटाकर शिकार भी बन जाते हैं शिकारी

-अजब-गजब तरीके से संचालित हो रहा है ठगी का धंधा -जांच के क्रम में साइबर पुलिस को मिले क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:56 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:56 PM (IST)
लाखों रुपये लुटाकर शिकार भी बन जाते हैं शिकारी
लाखों रुपये लुटाकर शिकार भी बन जाते हैं शिकारी

-अजब-गजब तरीके से संचालित हो रहा है ठगी का धंधा

-जांच के क्रम में साइबर पुलिस को मिले कई तथ्य

-न्यूड वीडियो कॉल के मामले सबसे अधिक मोहन झा, सिलीगुड़ी : आम लोग भले ही आपदा को अवसर में बदलने में असफल रहे हों,लेकिन ऑनलाइन ठगों ने कोरोना आपदा को अवसर में जरूर बदल लिया है। कोरोना महामारी के इस दौर मे नौकरी, व्यापार आदि का झासा देकर ठगी के साथ ऑनलाइन फ्रॉड के काफी मामले सामने आए हैं। सुनियोजित ढंग से गैंग बनाकर ठग गिरोह तो अपनी योजना के तहत काम कर ही रहा है। बल्कि इनके ठगी का शिकार हुए लोग भी शिकारी बनकर ऑनलाइन फ्रॉड का रास्ता अपना रहे हैं। ठगी के कई मामलों की जाच मे कुछ ऐसे ही रहस्यों का पता सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को चला है।

दिखाई नहीं देने वाले कोरोना वायरस ने बीते डेढ़ वर्षो से आतंक मचा रखा है। कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए सरकार द्वारा लगाए लॉकडाउन की वजह से व्यापार-वाणिज्य का ग्राफ काफी नीचे गिरा है। स्वाभाविक रुप से लोगों के हाथ में कैश की कमी हुई है। लेकिन ठग इस आपदा में भी अवसर तलाश कर मालामाल हो रहे हैं। नौकरी दिलाने का झासा, यंत्राश के साथ कच्चा माल खरीद कर व्यापार में मुनाफा का झासा देकर परंपरागत ठगी के मामले हों या फिर फर्जी कोरोना जाच रिपोर्ट थमाकर उगाही,ऑनलाइन फ्रॉड के मामले काफी बढ़े हैं। सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के साइबर क्राइम थाना पुलिस सूत्रों की मानें तो कोरोना के इस काल मे बैंक खाते से रुपया उड़ाने वाले मामले काफी कम हुए हैं। बल्कि फर्जी कॉल सेंटर व फ्रेंड्स क्लब की आड़ मे ऑनलाइन सेक्स चैट के बहाने ठगी के मामले सबसे अधिक सामने आए हैं। महिलाओं से अधिक पुरुष ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट की ग्लोबल टेक सपोर्ट स्कैम रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021 में 73 प्रतिशत पुरुष ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए हैं। सेक्स के चक्कर में ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए कई लोग भी अपने हुए किस्से को ही दोहरा शिकारी का चोला धारण कर लेते हैं। पुलिस की मानें तो शिकार के शिकारी बनने के मामले ऑनलाइन सेक्स चैट का झासा देकर लूट में आए हैं। फ्रेंड्स क्लब या फर्जी कॉल सेंटर के मार्फत ऑनलाइन सेक्स चैट, वीडियो कॉल, बंद कमरे मे जिस्म की प्यास बुझाने के झासे मे फंस कर ठगी के शिकार हुए अधिकतर लोग पुलिस मे शिकायत दर्ज करने से कतराते हैं। बल्कि लूट का किस्सा अपनी पत्नी व परिवार वालों को भी बताने से डरते हैं। लेकिन लूट की रकम वापस लाने के लिए शिकारी बनकर ऑनलाइन फ्रॉड के समुद्र में कूद पड़ते हैं। किसी कैफे मे बैठकर अपने साथ हुए धोखाधड़ी के किस्से को ही आजमा कर किसी और को शिकार बनाते हैं। तकनीक के इस दौर में एप के सहारे मर्द की आवाज को आसानी से युवती के कामुक आवाज मे बदल देते हैं। इसके अलावा आवाज बदलकर या रुपए की लालच देकर किसी लड़की को शामिल कर रुपया उगाही के लिए जाल भी बिछाते हैं। नया-नया धंधा,पुलिस का फंदा

ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने के बाद शिकारी बनने वाले तकनीकी रुप से उतने मुखर नहीं होते हैं और पुलिस के राडार पर चढ़ जाते हैं। इनके लिए यह धंधा नया-नया होता है और इसी कारण से पुलिस के फंदे में फंस जाते हैं। जबकि पेशेवर ठग वारदात के लिए मोबाइल नंबर से बैंक खाता तक का इस्तेमाल योजनाबद्ध तरीके से करते हैं। इनको पकड़ पाना काफी मुश्किल होता है। जबकि शिकार होने के बाद बने शिकारी इस धंधे नए होते हैं। ऐसे शिकारी मोबाइल नंबर, मोबाइल फोन और वारदात के लिए अलग से खुलवाए बैंक खाते के इस्तेमाल में ही उलझ कर रह जाते हैं। पुलिस ने अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी की है। पूछताछ के बाद पता चला है एक बार सेक्सटोर्शन का शिकार हो चुके हैं। जी हां अभी न्यूड वीडियो रिकार्ड कर ब्लैकमेलिंग को सेक्सटोर्शन ही कहा जाता है। खुलासे से पुलिस भी हैरान

इसके अतिरिक्त ऑनलाइन सामान खरीदारी के जाल मे फंस कर तो ऑनलाइन वर्क फ्रम होम का झासा देकर भी आíथक ठगी के कई मामले सामने आए हैं। सिलीगुड़ी साइबर क्राइम थाने मे दर्ज ऑनलाइन ठगी के मामलों की जाच के क्रम में कई रोचक तथ्य पुलिस के सामने आए हैं। जिससे पुलिस भी हैरान है। जांच में सामने आए तथ्यों के अनुसार ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रुपया उगाही के लिए गैंग की आवश्यकता ही नहीं है। अब तक अधिकांश मामलों में एक या फिर दो लोग ही इस तरह से ऑनलाइन ठगी करते हैं। क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर

इस संबंध में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के कमिश्नर गौरव शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के कई मामलों की जांच में शिकार के ही शिकारी बनने के प्रमाण मिले हैं। अपने साथ हुए किस्से को ही दोहराकर ठगी का शिकार हुआ शक्स शिकारी बनकर जाल बिछाता है। इस अपराध को रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ठगी के खिलाफ सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है। लोगों को सजग करने के लिए कई घटनाओं से प्रेरित शॉर्ट फिल्म भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।

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