कामरूप एक्सप्रेस से सवा नौ किलो सोना बरामद, डीआऱआइ टीम ने किया एक को गिरफ्तार

डीआरआइ की टीम ने एनजेपी रेलवे स्टेशन पर कामरूप एक्सप्रेस से तस्करी का सवा नौ किलोग्राम सोना बरामद किया है। जानिए यह सोना कहां से लाया जा रहा था और कहां ले जाया जा रहा था।

By Rajesh PatelEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 12:09 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 09:28 AM (IST)
कामरूप एक्सप्रेस से सवा नौ किलो सोना बरामद, डीआऱआइ टीम ने किया एक को गिरफ्तार
कामरूप एक्सप्रेस से सवा नौ किलो सोना बरामद, डीआऱआइ टीम ने किया एक को गिरफ्तार
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेंयू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार की रात कार्रवाई करते हुए एनजेपी रेलवे स्टेशन से कामरूप एक्सप्रेस ट्रेन से तस्करी का नौ किलोग्राम सोना तस्करी की बड़ी खेप पकडऩे में कामयाबी हासिल की है।
आरोप में हुगली निवासी राजू आरएस (40) को गिरफ्तार किया है। बरामद सोना की कीमत तीन करोड़ आठ लाख रूपये आंकी गई है। डीआरआइ से मिली जानकारी के अनुसार सोना तस्कर को आज रविवार को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया जाएगा। तस्कर ने सोना को अपनी बेल्ट और जूते के सोल में छिपाकर रखा था। बरामद सोना 56 पीस बिस्कुट के रूप मेंं है।
बताया गया कि डीआरआइ को सूचना मिली कि रेलमार्ग से सोना की बड़ी खेप की तस्करी हो रही है। सूचना के आधार पर शनिवार की शाम से ही डीआरआइ की टीम एनजेपी रेलवे स्टेशन पहुंचकर तस्कर का इंतजार करने लगी। रात में जब एनजेपी पर कामरूप एक्सप्रेस पहुंची तो बताए बोगी से एक युवक को डीआरआइ की टीम ने पकड़कर नीचे उतारा। जांच करने पर उसके पास सोना तस्करी के लिए बनी विशेष बेल्ट और जूते की सोल से सोने के 56 बिस्किट बरामद किए गए। पूछताछ में उसने अपना नाम राजू आरएस बताया। वह हुगली का रहने वाला है। उसने स्वीकार किया कि उसने म्यांमार के रास्ते सोना लेकर भारत में प्रवेश किया। वहां से वह सोना लेकर गुवाहाटी पहुंचा। वहां से हावड़ा के लिए जा रहा था। डीआरआइ को आशंका है कि सोना तस्कर सोना लेकर कोलकाता के किसी बड़े सोना कारोबारी को देने वाला था। इसके साथ कुछ और अंतरराष्ट्रीय सोना तस्कर गिरोह शामिल हैं, जिसकी जांच कर पकडऩे की कोशिश होगी।  
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