ब्लैक फंगस का एक भी मामला नहीं
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी कोरोना वायरस महामारी के बीच शुरू हुई नई मुसीबत ब्लैक फंगस (म्यू
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस महामारी के बीच शुरू हुई नई मुसीबत ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की एक-एक कर जान जा रही है। इसके साथ ही नए संक्रमित मरीज भी मिल रहे हैं। लेकिन राहत की बात यह रही कि पिछले चौबीस घंटे में ब्लैक फंगस का एक भी मरीज नहीं मिला है। शुक्रवार को कहीं से भी किसी नए मरीज के मिलने की खबर नहीं है। इससे पहले उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल एनबीएमसीएच में कल बृहस्पतिवार को ब्लैक फंगस से संक्रमित दो मरीजों की मौत हुई है। एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ब्लैक फंगस से संक्रमित दोनों मरीजों की मौत हुई। इससे पहले मंगलवार को भी एक 80 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। बताया कि मरीज के ब्लैक फंगस से संक्रमित पाए जाने के बाद 13 दिन पहले एनबीएमसीएच में नाक के अंदर साइनस का ऑपरेशन किया गया था। इसके बाद उनका एनबीएमसीएच के सीसीयू में इलाज चल रहा था। मंगलवार को तबीयत और गंभीर हुई तथा हृदय गति रुक जाने से उनकी मौत हो गई। इसके अलावा बीते सोमवार को भी जलपाईगुड़ी जिला निवासी 54 वर्षीय एक मरीज की मौत मेडिकल अस्पताल में हो गई। उक्त मृतक कोरोना संक्रमित भी था। उसका इलाज एनबीएमसीएच के कोविड वार्ड में कई दिनों से चल रहा था। कोरोना के साथ ब्लैक फंगस का भी लक्षण दिखने के बाद इसकी जांच कराई गई तो वह ब्लैक फंगस से संक्रमित पाया गया।
इसी तरह से पिछले सप्ताह भी चार मरीजों की मौत इस बीमारी से हो गई थी। इस तरह से देखा जाए पिछले एक महीने के दौरान ब्लैक फंगस से 13 मरीजों की मौत एनबीएमसीएच में हो चुकी है।
मेडिकल अस्पताल द्वारा मिली जानकारी अनुसार फिलहाल यहां इस बीमारी से संक्रमित छह मरीजों का इलाज चल रहा है। जबकि मंगलवार को इस बीमारी एक नया मामला भी सामने आया है। इस तरह से एक महीने के दौरान उत्तर बंगाल में ब्लैक फंगस के 23 मामले सामने चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बंगाल में ब्लैक फंगस का पहला मामला ठीक आज से एक महीने पहले आया था।