अंशुल गुप्ता बने पूसी रेल के नए जीएम

जागरण संवाददातासिलीगुड़ी यूपीएससी के 1984 बैच तथा भारतीय रेल के सिग्नल इंजीनियर सेवा के अि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 10:12 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 10:12 PM (IST)
अंशुल गुप्ता बने पूसी रेल के नए जीएम
अंशुल गुप्ता बने पूसी रेल के नए जीएम

जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:

यूपीएससी के 1984 बैच तथा भारतीय रेल के सिग्नल इंजीनियर सेवा के अधिकारी अंशुल गुप्ता पूसी रेल के महाप्रबंधक जीएम के रूप में नियुक्त किए गए हैं। इससे पहले वे अपर सदस्य (सिग्नल) रेल बोर्ड, नई दिल्ली के रूप में कार्यरत थे। इसके पहले वे अतिरिक्त महाप्रबंधक, पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर तथा मुख्य कार्यकारी निदेशक (सिग्नल), रेल बोर्ड के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर चुके हैं। वे उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल तथा दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के रूप में भी कार्य चुके हैं तथा दक्षिण पूर्व रेलवे के राची मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के प्रभार भी सम्भाल चुके हैं।

शिक्षा तथा सेवा काल दोनों में श्री गुप्ता का कैरियर काफी सफल रहा है। उन्होंने गरिमामय इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बंगलोर से आíटफिशियल इंटेलीजेंस में विशेषज्ञता के साथ कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान में इंजीनियरिंग में मॉस्टर डिग्री सम्पन्न किया है। भारतीय रेल में नियुक्त होने के उपरात उन्होंने रेलवे सिग्नल एवं टेलीकॉम सिस्टम के परिचालन तथा रखऱखाव, सिग्नलिंग तथा टेलीकॉम सिस्टमों के आधुनिकीकरण की परियोजनाओं की देखरेख, रेलवे सिग्नलिंग तथा टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम के क्षेत्र में वेंडर एवं उत्पाद विकास, रेलवे की जरूरतों के लिए निíमत सामग्री के लिए गुणवत्ता निरीक्षण जैसे विभिन्न भूमिकाओं को सक्षमता से निभा चुके हैं।

वे भारतीय रेल की आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टमों, विशेष कर हमारे देश में विकसित टीसीएएस (ट्रेन कोलिशन एवॉयडेंस सिस्टम) सिस्टम के प्रवर्तन तथा अंगीकरण के लिए उपयुक्त नीतियों के विकास में उनकी भूमिका काफी कारगार रही। वे रेलटेल में ग्रुप जनरल मैनेजर/मार्केटिंग के रूप में भी कार्य चुके हैं तथा रेलटेल के लिए नेशनल नॉलेज नेटवर्क तथा एनओएफएन (नेशनल ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क) की उच्च दृश्यता तथा लाभदायक परियोजनाओं को प्रस्तुत करने में काफी कारगार साहित हुए। इन परियोजनाओं के जरिए ब्रॉडबैंड के प्रसार में सुधार आया तथा सम्पूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए डिजिटल विभाजन के सेतु के रूप में कार्य किया।

श्री गुप्ता ने एमडीआई, गुड़गांव तथा जार्ज मैसोन यूनिवíसटी, वíजनिया से पब्लिक पॉलिसी में भी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की भी डिग्री हासिल की है, वहा वे भारतीय रेल के लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर हेतु समेकित लॉजिस्टिक प्रणाली के उत्थान पर थिसिस भी लिख चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी कागजात प्रस्तुतीकरण का उनका विशाल अनुभव है।

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