क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक संपन्न

-पूसी रेलवे के महाप्रबंधक ने की अध्यक्षता -ई-पत्रिका पूर्वोत्तर रेल दर्पण का हुआ अनावरण जा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 09:36 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 09:36 PM (IST)
क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक संपन्न
क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की तिमाही बैठक संपन्न

-पूसी रेलवे के महाप्रबंधक ने की अध्यक्षता

-ई-पत्रिका पूर्वोत्तर रेल दर्पण का हुआ अनावरण जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:

पूर्वोत्तर सीमा रेल, क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 31 मार्च 2021 को समाप्त तिमाही के लिए वर्चुवल बैठक सोमवार को संपन्न हो गई। पूसी रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने इसकी अध्यक्षता की।

बैठक के प्रारंभ में अंशुल गुप्ता ने मुख्यालय की राजभाषा विभाग की ई-पत्रिका पूर्वोत्तर रेल दर्पण द्वितीय अंक का अनावरण किया।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर सीमा रेल पर सभी विभागों, मंडलों तथा कारखानों के सामूहिक प्रयासों से राजभाषा प्रयोग-प्रसार के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप सभी के द्वारा किए गए सराहनीय कार्यो के फलस्वरूप पूर्वोत्तर सीमा रेल को रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड द्वारा राजभाषा ट्रॉफी प्रदान की गई है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।

उन्होंने आगे कहा कि राजभाषा का प्रयोग बढ़ाना हम सभी की संवैधानिक जिम्मेदारी है। अत:मैं चाहूंगा कि जिन मदों में हमारी रेलवे अभी भी पीछे है, उनमें राजभाषा का प्रयोग बढ़ाया जाए। उन्होंने मूल पत्राचार में हिंदी का प्रयोग बढ़ाने और धारा 3(3) के दस्तावेजों को द्विभाषी रूप में जारी करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने उच्चाधिकारियों को ई-फाइलों में टिप्पणी एवं आदेश हिंदी में देने के निदेश भी प्रदान किए। उन्होंने हिंदी पुस्तकालयों के डिजिटलीकरण और सुचारू संचालन के निदेश भी प्रदान किए। महाप्रबंधक ने कहा कि बैठक के दौरान लिए गए निर्णयों और सुझावों पर नजर रखी जाए और आगामी तिमाही बैठक में इनकी ठोस अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। बैठक की शुरूआत में पूर्वोत्तर सीमा रेल के मुख्य राजभाषा अधिकारी प्रभात कुमार सिन्हा ने महाप्रबंधक, अपर महाप्रबंधक, विभाग प्रमुखों तथा मंडलों एवं कारखानों से जुड़े सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि महाप्रबंधक महोदय के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राजभाषा के प्रति उनकी विशेष रूचि एवं समर्णण के फलस्वरूप पूर्वोत्तर सीमा रेल पर राजभाषा प्रयोग-प्रसार में लगातार प्रगति हुई है और इस रेल पर राजभाषा के प्रयोग हेतु अनुकूल वातावरण निíमत हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे महाप्रबंधक महोदय अपने विभागीय निरीक्षणों के दौरान राजभाषा प्रगति का निरीक्षण करते हैं और जहा आवश्यक हो वहा राजभाषा प्रयोग की समीक्षा कर संबंधितों को अपेक्षित आदेश प्रदान करते हैं। राजभाषा के प्रति महाप्रबंधक जी की विशेष रूचि एवं समर्पण पूर्वोत्तर सीमा रेल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए अनुकरणीय एवं प्रेरणादायक है। यही कारण है कि इस रेल में राजभाषा के प्रयोग में उत्तरोत्तर प्रगति हो रही है।

अधिक से अधिक डिक्टेशन का अनुरोध

मुख्य राजभाषा अधिकारी ने सदस्यों से विभागीय निरीक्षणों के दौरान राजभाषा प्रगति का निरीक्षण करने, धारा 3(3) का शत-प्रतिशत अनुपालन करवाने, हिंदी पत्रों का उत्तर हिंदी में दिए जाने, अधिक से अधिक डिक्टेशन राजभाषा में दिए जाने का अनुरोध किया। साथ ही, समिति के सदस्यों को बताया कि माननीय रेल मंत्री जी द्वारा अब विभागीय पत्रिकाओं के प्रकाशन के बजाए ई-पत्रिकाओं के प्रकाशन के आदेश प्रदान किये गए हैं। अत: मुख्यालय, मंडल तथा कारखानों द्वारा इसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। श्री सिन्हा ने विभाग प्रमुखों से अपने-अपने विभाग में राजभाषा प्रयोग-प्रसार बढ़ाने के लिए सार्थक कदम उठाने का अनुरोध किया। राजभाषा प्रगति की दी जानकारी

बैठक के दौरान पूर्वोत्तर सीमा रेल के मंडलों एवं कारखानों के सदस्यों ने अपने मंडलों तथा कारखानों की राजभाषा प्रगति से महाप्रबंधक को अवगत कराया और उनके कार्यालयों द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यो एवं उपलब्धियों की प्रस्तुति दी।

इस बैठक में अपर महाप्रबंधक, राहुल गौतम सहित मुख्यालय के सभी विभाग प्रमुख, मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधक, कारखानों के मुख्य कारखाना प्रबंधक, उप मुख्य राजभाषा अधिकारी तथा अन्य अधिकारीगण ऑन लाइन उपस्थित रहे। बैठक का संचालन उप महाप्रबंधक(राजभाषा) श्री पी.एस. बगड़वाल ने किया और वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, श्री सहदेव सिंह पुरती ने महाप्रबंधक एवं सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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