अपने नेता की जासूसी से भड़के रेलवे कर्मचारी
विरोध -एनजेपी और सिलीगुड़ी जंक्शन सहित कई स्थानों पर प्रदर्शन -केंद्र सरकार से की पूरे मा
विरोध
-एनजेपी और सिलीगुड़ी जंक्शन सहित कई स्थानों पर प्रदर्शन
-केंद्र सरकार से की पूरे मामले की जांच की मांग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : देश के कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं समेत विशिष्ट व्यक्तियों व अधिकारियों के फोन टैपिंग यानी 'पेगासस' का मामला तूल पकड़ते जा रहा है। जहां एक ओर संसद भवन में संसद सत्र के दौरान विपक्षी पार्टियों द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर संसद से बाहर भी विभिन्न संगठनों द्वारा इस मामले को लेकर जोर-शोर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार रेलवे कर्मचारी यूनियन के कुछ पदाधिकारियों के भी फोन टैपिंग के मामले सामने आने के बाद यूनियन के सदस्यों ने इसका जोरदार प्रतिवाद किया है। बताया गया कि रेलकíमयों और मजदूरों के हक के लिए काम करने वाले शिव कुमार मिश्रा की फोन टैपिंग की बात सामने आई है। देश भर के रेल कर्मचारी इस मामले को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। सोमवार को यूनियन के सदस्यों ने संवाददाताआों को सबोधित करते हुए इस प्रकार की जासूसी का विरोध किया है। इसके अलावा उन लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन के महासचिव पारितोष पाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व मंत्रियों का फोन टैपिंग समझ में आता है, पर गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले शिव कुमार की जासूसी की बात समझ से परे है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा लोगों के फोन को टैप करना बंद करने की माग की। बताया गया कि इस मामले को लेकर सोमवार को एनजेपी, सिलीगुड़ी जंक्शन, डीएचआर सेक्शन समेत विभिन्न जगहों पर यूनियन के सदस्यों द्वारा धरना प्रदर्शन, गेट मीटिंग समेत अन्य तरीकों से विरोध जताया गया। इन नेताओं ने सरकार से पूरे मामले की जांच की भी मांग की।