कोरोना वरियर्स आए हैं ईश्वर का फर्ज निभाने..

-दैनिक जागरण के भारत रक्षा पर्व के तहत काव्य गोष्ठी आयोजन -ऑनलाइन होकर कोरोना वरियर्स को दी द

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:57 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 08:57 PM (IST)
कोरोना वरियर्स आए हैं ईश्वर का फर्ज निभाने..
कोरोना वरियर्स आए हैं ईश्वर का फर्ज निभाने..

-दैनिक जागरण के भारत रक्षा पर्व के तहत काव्य गोष्ठी आयोजन

-ऑनलाइन होकर कोरोना वरियर्स को दी दुआएं

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: दैनिक जागरण सिलीगुड़ी की ओर से भारत रक्षा पर्वके तहत कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में रक्षाबंधन के पावन पर्व पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में महिला काव्य मंच सिलीगुड़ी की कवयित्रियों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया गया। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ग‌र्ल्स हाईस्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका व महिला काव्य मंच सिलीगुड़ी की अध्यक्षा डॉ. वंदना गुप्ता ने अपनी कविता के माध्यम में सच्चे मन के धागे से रक्षाबंधन मनाने पर जोर देते हुए कहा मन राखी है /भाव दिया /हाथ दुआ/सास आस है/ बाधना है मन की राखी/ भावों के दीप जलाकर /सास की आस में बंधा/संपूर्ण दुआओं का पिटारा/ तुम्हारे लिए है। वहीं दूसरी ओर देशबंधु हाईस्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका बबीता झा ने कोरोना वरियर्स को अपनी श्रद्धा अíपत करते हुए कहती हैं -आज रक्षाबंधन का अर्थ समझ आया है/ हम बैठे हुए हैं घरों में पर, उसने फर्ज निभाया है। तो वहीं दूसरी ओर कवयित्री रूबी प्रसाद ने कोरोना वरियर्स को ईश्वर का दर्जा देते हुए अपनी कविता में कहती हैं -पूरे विश्व को करुणा संकट से बचाने/कोरोनावरियर्स आए हैं ईश्वर का फर्ज निभाने /इनका रिश्ता नहीं किसी से/ पर फिर भी आए हैं किसी से पिता, बहन ,भाई का फर्ज निभाने। दूसरी ओर कवयित्री भारती सुजीत बिहानी अपने भाई को वीडियो कॉल पर राखी बाधते हुए कहती है -आरती का थाल सजाकर /वीडियो कॉल पर राह देखेगी तेरी बहना/स्नेह, प्रीत का प्यारा बंधन है ये/भाभी को भी साथ में रखना। तो वहीं कवयित्री सोनी केडिया कोरोना योद्धाओं के लिए दुआएं मागती हुई कहती है -राखी में इस बार हम, अपने वीर योद्धाओं के लिए दुआएं मागेंगे/ अपने मन के धागों से हजारों मन्नतें बाध देंगे। शिक्षिका कनकलता झा करोना काल में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के दर्द को महसूस करते हुए कहती हैं -कर्तव्यनिष्ठ होकर ललकार दिया है दुनिया को/ खुद को तकलीफ देकर, खूब सारा प्यार, जतन, परवाह दिया है दुनिया को।ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का संचालन हिंदी बालिका विद्यापीठ प्रधानाध्यापिका व महिला काव्य मंच की संरक्षक अर्चना शर्मा ने किया। इस अवसर पर दैनिक जागरण सिलीगुड़ी ,ब्राड विभाग के अवधेश दीक्षित व पत्रकार रीता दास उपस्थित थीं।

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