सिलीगड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 45 मामले सामने आए

दो दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत मामले में मिल रही राहत जागरण संवाददाता सिलीग

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Dec 2020 08:18 PM (IST) Updated:Wed, 16 Dec 2020 08:18 PM (IST)
सिलीगड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 45 मामले सामने आए
सिलीगड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 45 मामले सामने आए

दो दिनों से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत मामले में मिल रही राहत

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के मौत के मामले में जहां पिछले दिनों से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के मौत के मामले में राहत मिल रही है, तो दूसरी ओर इस सप्ताह लगातार कोरोना के नए मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। बुधवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 45 मामले सामने आए। इनमें सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में यह आंकड़ा 32 है। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के अलावा सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा प्रखंड में कोरोना वायरस पांच मामले, नक्सलबाड़ी में तीन, फांसीदेवा एक, खोरीबारी प्रखंड में तीन तथा सुकना में कोरोना वायरस के एक मामले सामने आए। इस तरह से पिछले 16 दिनों दिनों में सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस के 617 मामले सामने आ चुके हैं।

पिछले पांच दिनों के अंदर सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह शनिवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के 84 नए मामले सामने आए, तो रविवार को 24 मामले सामने आए। वहीं सोमवार को सिलीगुड़ी व आस-पास के क्षेत्रों कोरोना वायरस के 43 मामले सामने आए, तो इसके दूसरे दिन मंगलवार को कोरोना वायरस के 47 मामले सामने आए।

उल्लेखनीय है कि इस महीने के प्रथम दिन से ही कोरोना वायरस के मामलों में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में पिछले महीने नवंबर के प्रथम सप्ताह में जहा 500 के लगभग कोरोनावायरस के मामले सामने आए वही दिसंबर महीने के प्रथम दो सप्ताह में कोरोनावायरस के पांच से कुछ ज्यादा मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के कम हो रहे मामले को देखते हुए लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे बढने लगा है। यदि अभी भी लोग नहीं सतर्क हुए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

chat bot
आपका साथी